सुपौल। भारतरत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर सोमवार को जिला कांग्रेस कार्यालय में श्रद्धा और सम्मान के साथ समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष राज नारायण प्रसाद गुप्ता ने की, वहीं पार्टी के पर्यवेक्षक कृष्णकांत झा विशेष रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. अंबेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि देने से हुई। इसके बाद ‘भीम शक्ति संवाद’ कार्यक्रम के तहत वक्ताओं ने बाबा साहेब के जीवन, संघर्ष और योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला।
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि डॉ. अंबेडकर न केवल संविधान निर्माता थे, बल्कि वे समाज के शोषित-वंचित वर्गों की बुलंद आवाज भी थे। उन्होंने ‘शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो’ का मंत्र देकर समाज को नई दिशा दी। पर्यवेक्षक कृष्णकांत झा ने कहा कि एक मध्यमवर्गीय दलित परिवार में जन्म लेने के बावजूद बाबा साहेब ने अपनी प्रतिभा और संघर्ष से उच्च शिक्षा हासिल की और संविधान निर्माण जैसी ऐतिहासिक जिम्मेदारी निभाई।
उन्होंने वर्तमान केंद्र सरकार पर संविधान विरोधी रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस बाबा साहेब के सिद्धांतों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए 'भीम शक्ति संवाद' जैसे कार्यक्रम आयोजित कर रही है।
इस अवसर पर कांग्रेस के दर्जनों कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित थे, जिनमें मिन्नतुल्लाह रहमानी, अनोखा देवी, नरेश कुमार मिश्र, सुभाष प्रसाद सिंह, जितेंद्र झा, संजीव यादव, अभय तिवारी, पीतांबर पाठक, डॉ. सुरेंद्र प्रसाद यादव, लक्ष्मी सरदार, सोनू आज़ाद, पंकज कुमार, रौनक कुमार सहित कई अन्य शामिल थे।
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