सुपौल। सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड क्षेत्र में बीते तीन दिनों से हो रही बेमौसम मूसलधार बारिश ने आम जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। बुधवार रात तेज मेघ गर्जन और भारी वर्षा ने हालात और भी गंभीर बना दिए। गुरुवार को भी मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आया।
इस लगातार हो रही बारिश और तेज हवाओं के कारण खेतों में पानी भर गया है, जिससे गेहूं और मक्का की फसलों को व्यापक नुकसान पहुंचा है। कई जगहों पर ओलावृष्टि भी हुई, जिससे आम, लीची, तिलहन समेत कई फसलें प्रभावित हुईं।
किसान ज्ञानदेव मेहता, शिवराम यादव, राम नंदन मेहता, विशेश्वर मेहता, सुंदरेश्वर यादव, सीताराम मंडल, रोनक कुमार, बीरेंद्र मंडल, दयाराम मंडल और गजेंद्र यादव सहित कई किसानों ने बताया कि अब भी अधिकांश खेतों में गेहूं की फसल खड़ी है। कुछ खेतों में कटाई शुरू हुई थी, लेकिन कटे हुए फसल भीगने से खेतों में ही पसरे रह गए हैं। लगभग 30 प्रतिशत ही कटाई पूरी हो सकी है। किसानों ने चिंता जताते हुए कहा कि यदि बारिश का यह सिलसिला यूं ही जारी रहा तो गेहूं की पूरी फसल चौपट हो जाएगी। किसानों की निगाहें अब आसमान पर टिकी हुई।
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