सुपौल। बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता सह फैसिलेटर संघ, सुपौल के बैनर तले रविवार को बालाजी होटल सभागार में एक विशेष सभा एवं अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जुझारू नेत्री उषा सिन्हा ने की।
समारोह में बक्सर में 10-12 अप्रैल को आयोजित बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ गोप गुट के राज्य सम्मेलन में लगातार तीसरी बार राज्य सलाहकार निर्वाचित हुए माधव प्रसाद सिंह का भव्य अभिनंदन किया गया। उन्हें चादर, टोपी, बैग और फुलमाला पहनाकर सम्मानित किया गया।
इसके साथ ही जिला महासंघ गोप गुट के मुख्य संरक्षक किशोर कुमार पाठक, जिला सचिव बिनोद कुमार और पेंशनर समाज के उपाध्यक्ष बिमलानंद झा को भी सम्मानित किया गया।
सभा को संबोधित करते हुए उषा सिन्हा ने राज्य सरकार पर आशा कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीते 20 वर्षों से आशा कार्यकर्ता एवं फैसिलेटर बिना वेतन बंधुआ मजदूरों की तरह स्वास्थ्य विभाग में काम कर रही हैं। सरकार बार-बार मानदेय देने और सेवा नियमित करने का वादा करती है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
उषा सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर महिला सशक्तिकरण को लेकर केवल दिखावटी बयान देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जो अपने जीवनसाथी को सम्मान नहीं दे सका, वह महिला सशक्तिकरण की बातें कर रहा है यह अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सभा में उपस्थित सैकड़ों आशा कार्यकर्ताओं ने उषा सिन्हा के fiery संबोधन का तालियों और नारेबाजी के साथ समर्थन किया। सभा के अंत में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर राज्य सरकार को तीन महीने की मोहलत दी गई कि वह आशा और फैसिलेटर कार्यकर्ताओं से किए गए समझौतों को लागू करे और सेवा को नियमित करे, अन्यथा 2025 के विधानसभा चुनाव में 'वादाखिलाफी का बदला' लेने का ऐलान किया गया।
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