सुपौल। किशनपुर प्रखंड अंतर्गत बौरहा पंचायत के वार्ड नंबर 03 महादलित टोला में शुक्रवार को दर्जनों कर्ज से दबे परिवार के सदस्यों ने इंसाफ के लिए आयोजित जनसंवाद व संकल्प सभा में भाग लिया। जनसंवाद में अपना विचार व्यक्त करते हुए लोरिक विचार मंच के प्रदेश संयोजक डॉ अमन कुमार ने कहा कि आम जनता नोटबंदी, जीएसटी, लॉकडाउन और आसमान छू रहे महंगाई के कारण कर्ज के दलदल में बुरी तरह फंस चुकी है। बड़े-बड़े उद्योगपतियों के 16 लाख करोड़ रूपये का कर्ज भारत सरकार के द्वारा माफ किया गया है तो गरीब, किसान, मजदूर का क्यों नहीं? अमीर के भांति गरीबों का भी कर्ज माफ होना चाहिए।
डॉ कुमार ने कहा कि लोन माफी आंदोलन बिहारवासियों के लिए बहुत आवश्यक है। यह आंदोलन वैसे लोगों के लिए है, जो अपने लोन का भुगतान करने में असमर्थ है और जिनको दिन-प्रतिदिन आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है। अत्यधिक ब्याज सहित लोन की मूलधन राशि लौटाने में गरीब, किसान, मजदूर, बेरोजगार युवा सहित महिलाऐं लाचार व बेबश है। ग्रुप लोन के नाम पर गरीबों के साथ बहुत बड़ा धोखा हुआ है। भोले-भाले जनता को लोन की मकड़जाल में फंसाकर फाइनेंस कंपनी शोषण कर रही है।
डॉ कुमार ने कहा कि फाइनेंस कंपनी के वसूली एजेंट के मानसिक प्रताड़ना के कारण ऋणी परिवार घर छोड़कर पलायन करने के लिए मजबूर हैं। कई परिवार आत्म हत्या कर चुके हैं। सरकार से इसकी निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं। ऋण माफी वर्तमान समाज की जरूरत है। डॉ कुमार ने कहा कि माइक्रो फाइनेंस कंपनी आरबीआई के गाईड लाईन की सरेआम धज्जियां उड़ा रही है। जो कहीं से भी न्यायसंगत नहीं है। जनसंवाद में प्रदीप शर्मा, मदन राम, पांचू सादा, प्रकाश यादव, मुकेश शर्मा, गीता देवी, सोनी देवी, रूपम कुमारी, मीना देवी, पिंकी कुमारी, त्रिफूल देवी, आशा देवी, ललिता देवी, लाल मोहर सादा, महेश्वर सादा, रामदेव सादा, सचिन सादा, गुंजन देवी आदि उपस्थित थे।
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