सुपौल। भारत-नेपाल सीमा पर शैलेशपुर बीओपी के जवानों ने चेकपोस्ट ड्यूटी के दौरान एक 14 वर्षीय नाबालिग लड़की को बाल विवाह से मुक्त कराया। आवश्यक कागजी कार्रवाई के बाद लड़की और आरोपी युवक को नेपाल पुलिस को सौंप दिया गया।
एसएसबी 45वीं बटालियन के कार्यवाहक कमांडेंट जगदीश कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि बुधवार शाम करीब 4:30 बजे शैलेशपुर बीओपी क्षेत्र में भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी जवानों ने नेपाल से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर रहे एक संदिग्ध शादीशुदा जोड़े को रोका। पूछताछ में पता चला कि नेपाल के सुनसरी जिले के दुबही वार्ड नंबर 06 निवासी 25 वर्षीय रफीद मियां एक 14 वर्षीय नाबालिग लड़की को लेकर मधेपुरा जिले में अपने रिश्तेदार के घर जा रहा था।
शक होने पर मानव तस्कर रोधी इकाई की उपस्थिति में आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी की गई और लड़की एवं आरोपी को नेपाल पुलिस के हवाले कर दिया गया।
इस कार्रवाई में एसएसबी के सब-इंस्पेक्टर अनिल और अन्य जवानों के साथ मानव तस्कर रोधी इकाई से उप निरीक्षक भावना एवं उनकी टीम शामिल रही। एसएसबी की तत्परता से एक नाबालिग को जबरन विवाह के बंधन में बंधने से बचा लिया गया।
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