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कनिष्का शंकर |
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अवनीश कुमार |
डॉ. उमाशंकर प्रसाद ने बताया कि जवाहर नवोदय विद्यालय, सुपौल हमेशा से ही छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और समग्र विकास के अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध रहा है। JEE Main जैसी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षा में इन परीक्षार्थियों की सफलता इस बात का प्रमाण है कि विद्यालय का शैक्षिक वातावरण और शिक्षकों का समर्पण छात्रों को उनके सपनों को साकार करने में महत्वपूर्ण योगदान देता है। उन्होंने यह भी कहा कि इन छात्रों की उपलब्धि अन्य छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षकों ने भी इन होनहार छात्रों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
छात्रों की सफलता पर विद्यालय में उत्सव जैसा माहौल रहा। विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. उमाशंकर, शिक्षक जितेंद्र कुमार झा, आलोक कुमार, राजीव कुमार, रामनरेश कुमार, सुमित धनुका समेत अन्य शिक्षकों ने सभी सफल विद्यार्थियों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। शिक्षक जितेंद्र कुमार झा ने कहा कि इन छात्रों ने न केवल अपनी मेहनत से सफलता हासिल की, बल्कि यह भी दिखाया कि ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे भी सही मार्गदर्शन और संसाधनों के साथ देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं। छात्रों के परिजनों में भी इस उपलब्धि को लेकर खुशी का माहौल है।
कनिष्का शंकर के पिता सह प्रभारी प्राचार्य डॉ. उमाशंकर ने कहा कि यह मेरे लिए
गर्व का क्षण है। उन्होंने कहा कि यह सफलता नवोदय विद्यालय की शिक्षण प्रणाली,
अनुशासन और विद्यार्थियों की लगन का परिणाम है। उन्होंने सभी परीक्षार्थियों
की सफलता को लेकर कहा कि परीक्षार्थियों ने दिन-रात मेहनत की और अपने शिक्षकों के
मार्गदर्शन से यह मुकाम हासिल किया। इसी तरह, ओजस्व कुमार की
मां सीमा मिश्रा ने बताया कि उनका बेटा हमेशा से पढ़ाई में समर्पित रहा और इस
सफलता ने पूरे परिवार को गौरवान्वित किया है। नवोदय एलुमिनी एसोसिएशन ने भी इन
छात्रों की सफलता पर बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि नवोदय विद्यालय की शिक्षा
प्रणाली की मजबूती को दर्शाती है। एसोसिएशन के वरिष्ठ सदस्य डॉ अरविन्द कुमार ने
कहा कि ये छात्र हमारे लिए प्रेरणा हैं और यह साबित करते हैं कि नवोदय विद्यालय के
छात्र किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। ओजस्व कुमार
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