सुपौल। एसएसबी 45वीं बटालियन के नरपतपट्टी बीओपी के जवानों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए भारत-नेपाल सीमा के पास 1062.2 किलोग्राम गांजा जब्त किया है। यह मादक पदार्थ पूर्वी कोसी तटबंध के पास रेत में छिपाकर रखा गया था। हालांकि, इस दौरान कोई भी तस्कर पकड़ा नहीं जा सका।
इस संबंध में जानकारी देते हुए 45वीं बटालियन के कमांडेंट गौरव सिंह ने बताया कि सीमा पार से होने वाली तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए एसएसबी के अधिकारी और जवान चौबीसों घंटे मुस्तैदी से काम कर रहे हैं। इसी कड़ी में गुप्त सूचना मिलने पर यह कार्रवाई की गई।
कमांडेंट ने बताया कि सूचना मिली थी कि बोर्डर पीलर संख्या 221 से लगभग 4 किलोमीटर भीतर भारतीय सीमा क्षेत्र में पूर्वी कोसी तटबंध के स्पर संख्या 24.00 किमी के पास नदी के उस पार रेत के बीच भारी मात्रा में गांजा छिपाया गया है। सूचना की पुष्टि होते ही सब-इंस्पेक्टर भाव सिंह तोमर के नेतृत्व में एक नाका दल गठित कर रात के समय चिन्हित स्थान पर रवाना किया गया।
नाका दल द्वारा क्षेत्र की घेराबंदी कर सघन तलाशी शुरू की गई। लगभग आधे घंटे की खोजबीन के बाद टीम को सफेद रंग की बोरी में बंद संदिग्ध सामान मिला, जिससे गांजे की गंध आ रही थी। जांच के क्रम में कुल 30 बोरियों में रखे 506 पैकेट मिले, जिन्हें नारकोटिक्स डिटेक्शन मशीन से जांच करने पर गांजा पाया गया।
कमांडेंट गौरव सिंह ने बताया कि जब्त गांजा को कानूनी प्रक्रिया के तहत भपटियाही थाना, सुपौल को सुपुर्द कर दिया गया है। इस अभियान में एसएसबी की टीम ने विषम परिस्थितियों में भी साहस और सूझबूझ का परिचय देते हुए असामाजिक तस्करी नेटवर्क की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया।
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