सुपौल। इमारते शरिया (बिहार, झारखंड, उड़ीसा) एवं ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के आह्वान पर जिले में नए वक्फ कानून के विरोध में 28 अप्रैल, सोमवार को शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया जाएगा। इसे लेकर आज शहर के ईदगाह स्थित नूरानी मस्जिद में एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता हाजी मोहम्मद एहसानुल हक ने की।
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए वक्फ कानून के विरोध में जिला स्तर पर सशक्त और शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया जाएगा, ताकि आम जनता को इसके दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया जा सके।
बैठक को संबोधित करते हुए हाजी एहसानुल हक ने कहा कि नया वक्फ कानून मुसलमानों के हित में नहीं है और इससे समुदाय की धार्मिक व सामाजिक व्यवस्था प्रभावित होगी। उन्होंने केंद्र सरकार पर वक्फ के मुद्दे पर लोगों को गुमराह करने और आपसी सौहार्द बिगाड़ने का आरोप भी लगाया।
कार्यक्रम के सचिव मोहम्मद जमालउद्दीन ने बताया कि प्रदर्शन में करीब पचास हजार लोगों के शामिल होने की संभावना है, जिसमें पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं की भी भागीदारी रहेगी। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन सुपौल ईदगाह से शुरू होकर शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए आम लोगों को इस कानून से होने वाली परेशानियों से अवगत कराएगा।
बैठक में काज़ी अबुल काशिम रहमानी, मिन्नतुल्लाह रहमानी, मोहम्मद इनामुल होदा, मोहम्मद जावेद अख्तर, मोहम्मद अताउर रहमान, मोहम्मद राजा हुसैन, सादिक अख्तर, मुफ्ती नेहाल नदवी, इमाम अकबर काशमी, इमाम सलीम नदवी, सगीर आलम, मुखिया एजाज़ साहब, मोहम्मद अनवर अली, जाहिद अख्तर, हाजी मोहम्मद यूनुस, मोहम्मद सद्दाम हुसैन उर्फ छोटू, राशिद आलम उर्फ जुम्मन, मोहम्मद शहाबुद्दीन, आसिफ इकबाल सहित सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे।
कोई टिप्पणी नहीं