सुपौल। सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड क्षेत्र के सरायगढ़ गांव वार्ड-10 निवासी समाजसेविका और सत्य अहिंसा प्रेम परिवार मॉडल निर्देशिका दुलारी देवी के निधन के बाद रविवार को उनकी अस्थि कलश विसर्जन यात्रा निकाली गई। यह यात्रा उनके पैतृक गांव ढोली पंचायत स्थित कोशी नदी तक पहुंची, जहां विधिपूर्वक उनकी अस्थियों का विसर्जन किया गया।
करीब 92 वर्षीय दुलारी देवी का निधन 7 मार्च को नेपाल में उनके अनुज पुत्र रंजीत कुमार के आवास पर हुआ था। उनका अंतिम संस्कार सुपौल स्थित उनके ज्येष्ठ पुत्र हरिशंकर सिंह के आवास पर किया गया। अस्थि कलश विसर्जन यात्रा उनके मझले पुत्र कृष्ण देव सिंह भारत उर्फ जय भारत के सरायगढ़ स्थित आवास से निकाली गई।
दुलारी देवी पिछले 15 वर्षों से सत्य अहिंसा प्रेम परिवार मॉडल निर्देशिका के रूप में सामाजिक कार्यों में सक्रिय थीं। वे हर दिन तिरंगा दर्शन, "जय भारत" से संबोधन, तुलसी पत्ते का ग्रहण, कम से कम पांच पौधों की सिंचाई और महिलाओं को मां जैसा सम्मान देने जैसे आदर्शों का पालन करने के लिए प्रेरित करती थीं। दुलारी देवी के निधन से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है और उनके सामाजिक योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
अस्थि कलश विसर्जन यात्रा में कई गणमान्य लोगों ने भाग लिया, जिनमें पूर्व मुखिया राम प्रसाद मंडल, मुखिया परमिला देवी, संयुक्ता देवी, टीका देवी, चंद्र कला सिंह, इन्द्र कला सिंह, उमेश प्रसाद सिंह, सूर्य प्रसाद सिंह, लालू प्रसाद गुप्ता, नीतेश कुमार, उमा सिंह, रंभा सिंह, दिल माया, उत्कर्ष, अभिषेक, कृति, निधि, क्रांति, विक्रमादित्य, आनंद, आदर्श सिंह सहित कई अन्य शामिल रहे।
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