सुपौल। त्रिवेणीगंज नगर परिषद क्षेत्र के पत्तरघट्टी स्थित स्वतंत्रता सेनानी ठाकुर प्रसाद स्मारक स्थल पर शनिवार को जिला किसान संघर्ष समिति की कोर कमेटी की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता किसान संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष शेषनाथ सिंह ने की, जबकि इसमें पटना से आए संयुक्त किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव उमेश सिंह सहित कई वरिष्ठ किसान नेताओं ने भाग लिया।
बैठक में उमेश सिंह ने कहा कि डबल इंजन की सरकार किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सर्वे के नाम पर गैर मौजूरवा मालिक, खास, वकास, एराजेदार, बकबजे मालिकाना हक वाली जमीनों पर प्रतिबंध लगा दिए गए हैं, जिससे उनकी खरीद-बिक्री संभव नहीं हो पा रही है। उन्होंने मांग की कि सरकार जल्द से जल्द इन प्रतिबंधों को हटाए।
वरिष्ठ समाजवादी नेता जितेंद्र कुमार अरविंद ने कहा कि रेलवे, ग्रीन फील्ड, फोर लेन जैसी सरकारी योजनाओं के तहत भूमि अधिग्रहण में किसानों और भू-स्वामियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। भूमि अधिग्रहण में विभिन्न कानूनी शब्दावलियों का इस्तेमाल कर मुआवजे पर रोक लगाई जा रही है, जो पूरी तरह अनुचित है।
बैद्यनाथ यादव ने कहा कि किसान कृषि विपणन नीति और विशेष भूमि सर्वेक्षण के खिलाफ हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार डी बंदोपाध्याय आयोग की सिफारिशें लागू नहीं कर रही है, जिससे गरीब और भूमिहीन परिवार बेघर हो रहे हैं। किसान नेताओं ने घोषणा की कि 24, 25 और 26 मार्च को पटना में धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
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