सुपौल। जिला मुख्यालय स्थित नगर भवन में प्रभारी जिलाधिकारी राशिद कलीम अंसारी की अध्यक्षता में फरोग-ए-उर्दू सेमिनार, मुशायरा और कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में उर्दू भाषा और साहित्य के संवर्धन को लेकर गहन चर्चा की गई, साथ ही शायरों द्वारा ग़ज़ल और मुशायरा की बेहतरीन प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न आलेख पाठकों और छात्रों ने उर्दू भाषा की महत्ता पर अपने विचार प्रस्तुत किए। उर्दू साहित्य के प्रचार-प्रसार को लेकर कई अहम पहलुओं पर चर्चा हुई।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक शैशव यादव, अपर समाहर्ता, उप विकास आयुक्त, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी, और प्रभारी पदाधिकारी जिला उर्दू भाषा कोषांग सहित कई प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
मशहूर शायरों में कैंसर अली राणा, हशमत सिद्दीकी, बेगाना सारनवी, जीनत शेख, डॉ. नूर जहाँ बेगम, मो. रिज़वान अहमद (सचिव, अंजुमन तरक्की, सुपौल), मो. बदीउज़्ज़मा सहित अन्य साहित्यकारों ने शिरकत की और अपनी रचनाओं से समां बांध दिया।
इस आयोजन का उद्देश्य उर्दू भाषा और साहित्य के विकास को प्रोत्साहित करना था। वक्ताओं ने उर्दू के महत्व और इसके संवर्धन को लेकर विचार साझा किए। कार्यक्रम में उर्दू भाषा को आगे बढ़ाने के लिए नई योजनाओं पर भी चर्चा की गई। कार्यक्रम का समापन शायरों की रचनाओं और उर्दू के विकास को लेकर संकल्प के साथ हुआ।
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