सुपौल। त्रिवेणीगंज प्रखंड अंतर्गत कोरियापट्टी पश्चिम पंचायत के खूंट ग्राम में सोमवार को अखिल भारतीय भ्रमणशील धर्म यज्ञ भगैत महासभा के तत्वावधान में 62वां वार्षिक अधिवेशन-सह-जिला स्तरीय लोकगाथा भगैत महासम्मेलन का आयोजन किया गया। मंत्रोच्चार के साथ महासभा प्रवक्ता डॉ. अमन कुमार, पूर्व प्रमुख गुलाब चंद्र बोस, मुख्य महंत जागेश्वर यादव, पैक्स अध्यक्ष जय प्रकाश यादव और उप महंत सिकंदर यादव ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
सम्मेलन की अध्यक्षता उपमुखिया प्रतिनिधि एवं सुपौल जिला वार्ड सदस्य संघ के जिला सचिव सजेन यादव ने की। महासभा प्रवक्ता डॉ. अमन कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है और इंसान को भगवान व श्मशान दोनों को हमेशा याद रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकगाथा भगैत वसुधैव कुटुंबकम की भावना से ओत-प्रोत है और यह समाज की अमूल्य धरोहर है।
मुख्य महंत जागेश्वर यादव ने भगैत को सामाजिक और धार्मिक चेतना का सबसे बड़ा आंदोलन बताया, जबकि उप महंत सिकंदर यादव ने कहा कि भगैत ठेठ मैथिली भाषा के माध्यम से इंसानियत का संदेश देता है। वार्षिक सभापति ब्रह्मदेव यादव ने संत कारू खिरहरी की पूजा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इससे मानव और पशुधन दोनों का कल्याण होता है।
कार्यक्रम में आचार्य रामजी दास ने कहा कि आज के दौर में विभिन्न धर्मों और पंथों की भरमार के बावजूद मानव दुखों और तनाव से घिरा हुआ है, जिस पर गहन चिंतन की आवश्यकता है। इस अवसर पर 251 बालिकाओं ने कलश यात्रा निकाली, जो यज्ञ स्थल से खूंट, ठाकुरबाड़ी और परवाहा ग्राम के विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए वापस यज्ञ स्थल पहुंची।
इस महासम्मेलन में महासभा सचिव सत्यनारायण यादव, कोषाध्यक्ष धनिक लाल यादव, मंत्री शत्रुघ्न यादव, मासिक सभापति उमेश यादव, डोमी यादव, अनंत यादव, कर्पूरी यादव, महात्मा गजेन्द्र यादव, देव नारायण यादव, श्याम किशोर सुशील, आशीष ठाकुर, संतोष यादव, ललन यादव, गिरधारी यादव, अमित कुमार, बमबम यादव, रूपेश कुमार, राजीव कुमार, ललन साह सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे।
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