सुपौल। त्रिवेणीगंज अनुमंडल मुख्यालय स्थित अनुपलाल महाविद्यालय में रविवार को राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) की तीनों इकाइयों के संयुक्त तत्वावधान में शहीद दिवस एवं डॉ. राम मनोहर लोहिया की जयंती पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जयदेव प्रसाद यादव ने की, जबकि एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी सह जिला नोडल पदाधिकारी प्रो. विद्यानंद यादव की विशेष उपस्थिति रही।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. यादव ने कहा कि किसी भी राष्ट्र की गरिमा और विकास वहां के नागरिकों की सच्ची देशभक्ति और राष्ट्र प्रेम पर निर्भर करता है। उन्होंने शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के बलिदान को याद करते हुए कहा कि 23 मार्च 1931 को मात्र 23-24 वर्ष की आयु में उन्होंने देश के लिए हंसते-हंसते अपने प्राणों की आहुति दी। उनके बलिदान ने 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता का नया सवेरा लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
डॉ. यादव ने डॉ. राम मनोहर लोहिया के योगदान को भी रेखांकित किया और बताया कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समाजवादी विचारक एवं प्रखर नेता डॉ. लोहिया ने अपने संकल्प के अनुरूप कभी भी अपना जन्मदिन नहीं मनाया, क्योंकि इसी दिन तीन वीर शहीदों को अंग्रेजी हुकूमत ने फांसी दी थी।
कार्यक्रम के दौरान प्रो. विद्यानंद यादव ने कहा कि 23 मार्च को मनाया जाने वाला शहीद दिवस युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के कल्याण के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले अमर बलिदानी सदैव याद किए जाएंगे।
इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मचारी एवं एनएसएस स्वयंसेवकों ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में प्रो. अशोक कुमार, प्रो. प्रदीप प्रकाश, प्रो. चंद्र किशोर यादव, प्रो. वीरेंद्र कुमार, प्रो. सुरेंद्र कुमार, डॉ. सदानंद यादव, डॉ. रंभा कुमारी, प्रो. माधुरी लता, प्रो. प्रफुल कुमार प्रभाकर सहित कई शिक्षक, छात्र-छात्राएं एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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