सुपौल। अभिज्ञान दिशा के तत्वावधान में मंगलवार को एक समन्वय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जन संगठन सदस्यों और अन्य हितधारकों ने भाग लिया। बैठक में संस्था के जूनियर एसोसिएट हरिनारायण ने संस्था द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों और उनके उद्देश्यों की विस्तार से जानकारी दी।
बैठक का मुख्य उद्देश्य विभिन्न हितधारकों के बीच सहयोग को मजबूत करना था ताकि संगठन की गतिविधियों को प्रभावी रूप से लागू किया जा सके। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र राघोपुर के वैज्ञानिक डा. नदीम अख्तर ने जलवायु परिवर्तन, सतत कृषि, आधुनिक कृषि तकनीक और सरकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने किसानों को फसल चक्र और मिश्रित खेती के फायदों से अवगत कराया।
बसंतपुर जीविका के प्रभारी बीपीएम चमन कुमार ने सामुदायिक सशक्तिकरण, उद्यमिता और कौशल विकास पर चर्चा की। उन्होंने सरकारी योजनाओं, वित्तीय सहायता, कृषि और गैर-कृषि आजीविका के अवसरों पर जानकारी साझा की। साथ ही, उन्होंने महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक भागीदारी बढ़ाने तथा निर्णय लेने की क्षमता मजबूत करने पर बल दिया।
अनुमंडल कृषि पदाधिकारी कुंदन कुमार ने बैठक की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से लोगों में जागरूकता आएगी और नवीनतम वैज्ञानिक उपायों को अपनाने से उनकी आमदनी बढ़ेगी। उन्होंने फसल चक्र और सरकारी सब्सिडी की जानकारी भी साझा की।
मनरेगा से जुड़े प्रवीण कुमार ने बताया कि प्रत्येक परिवार को 100 दिनों की रोजगार गारंटी दी जाती है। उन्होंने रोजगार मांगने की प्रक्रिया, कार्य आवंटन और समय पर मजदूरी भुगतान सुनिश्चित करने की प्रक्रिया पर जानकारी दी। उन्होंने महिलाओं और कमजोर वर्गों की भागीदारी बढ़ाने पर भी जोर दिया।
बसंतपुर प्रखंड कृषि समन्वयक धर्मेंद्र कुमार ने कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं और उनके लाभों की विस्तृत जानकारी दी। इस समन्वय बैठक में प्रतापगंज, छातापुर, त्रिवेणीगंज और बसंतपुर के 80 से अधिक लोगों ने भाग लिया। प्रमुख प्रतिभागियों में गुरुदेव प्रसाद, श्यामवती देवी, मुन्नी देवी, मोहम्मद कलाम, महेंद्र मेहता, गीता देवी, बचिया देवी शामिल रहे। यह बैठक जन संगठनों और सरकारी योजनाओं के बीच समन्वय स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास था, जिससे समाज के सभी वर्गों को जागरूकता और लाभ मिल सके।
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