सुपौल। भपटियाही प्रखंड क्षेत्र के चार पंचायतों के स्वच्छता कर्मियों ने सोमवार को शिव मंदिर, भपटियाही के पास सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन सरकार द्वारा स्वच्छता कर्मियों की छटनी की खबरों के विरोध में किया गया।
प्रदर्शन कर रहे स्वच्छता कर्मियों ने बताया कि एक साल पहले ही उन्हें पंचायत स्तर पर स्वच्छता कर्मी के रूप में नियुक्त किया गया था। लेकिन अब प्रत्येक पंचायत में दो में से एक स्वच्छता कर्मी को हटाने की बात की जा रही है, जिससे उनकी रोज़ी-रोटी पर संकट मंडरा रहा है।
इस विरोध प्रदर्शन में भपटियाही पंचायत, सरायगढ़ पंचायत, झिलाडुमरी पंचायत और ढोली पंचायत के स्वच्छता कर्मियों ने भाग लिया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से इस निर्णय को वापस लेने की मांग की।
प्रदर्शन के दौरान स्वच्छता कर्मियों ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि केवल एक वर्ष के भीतर ही सरकार द्वारा एक-एक कर्मी को हटाया जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इससे न केवल उनकी आजीविका पर असर पड़ेगा, बल्कि स्वच्छता अभियान भी प्रभावित होगा।
प्रदर्शन में बीना देवी, रंजू देवी, ललिता देवी, रानी देवी, मीरा देवी, सीता देवी, विमला देवी, रेखा देवी, अड़हुलिया देवी, कारो देवी, सुनीता देवी, अनीता देवी, शंभू शाह, ऋषि देव कुमार पंडित, प्रदीप शर्मा, दिनेश पासवान, महादेव शर्मा, सहदेव मुखिया, अरविंद मरीक, अनिल मरीक, मिथुन मरीक, सुधीर शर्मा, तारिणी सदा, उमेश सदा, अर्जुन राम, अशोक गुप्ता और रामप्रसाद सरदार समेत बड़ी संख्या में स्वच्छता कर्मी शामिल थे।
स्वच्छता कर्मियों ने सरकार से अपील की कि इस फैसले पर पुनर्विचार किया जाए ताकि उनकी आजीविका सुरक्षित रह सके और गांवों की स्वच्छता व्यवस्था प्रभावित न हो। अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानीं, तो वे आगे भी आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दे रहे हैं।
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