सुपौल। भले ही आज के दौर में बुजुर्गों की राय को अक्सर नजरअंदाज किया जाता है, लेकिन यह सच है कि उनकी सीख हमेशा अनुकरणीय रहती है। इसका एक बेहतरीन उदाहरण मंगलवार को बसंतपुर प्रखंड के संस्कृत निर्मली गांव में देखने को मिला। जहां हजारों की तादाद में उमड़े बुजुर्गों ने फूलों की होली खेलकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश समाज के सामने रखा।
संस्कृत निर्मली स्थित बुजुर्ग संसाधन केंद्र के प्रांगण में बुजुर्गों के लिए समर्पित संस्था हेल्पेज इंडिया के सहयोग से अक्षयवट बुजुर्ग महासंघ के बैनर तले वार्षिक बैठक सह वृद्धों के लिए होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस आयोजन में हेल्पेज इंडिया के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी अभिषेक कुमार, अक्षयवट बुजुर्ग महासंघ के अध्यक्ष सीताराम मंडल, सचिव कंचन देवी, कोषाध्यक्ष बच्चेलाल मंडल, समाजसेवी मु. अखलाक, डॉ. प्रभु नारायण मंडल, और हेल्पेज इंडिया के पदाधिकारी ज्योतिष कुमार ने बुजुर्गों के साथ फूलों की होली खेली।
इससे पहले, अक्षयवट बुजुर्ग महासंघ के अध्यक्ष सीताराम मंडल की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में अतिथियों को मिथिला परंपरा के अनुसार पाग और अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
अतिथियों ने बुजुर्गों के उत्साह और भागीदारी को देखकर उनकी सराहना की और कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से समाज में अपने आप को अकेला, लाचार और बेवस महसूस करने वाले बुजुर्गों में नई उमंग और उत्साह पैदा होता है। बुजुर्गों द्वारा आयोजित फूलों की होली का आयोजन अनूठा था और इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम है।
कार्यक्रम का मंच संचालन संजय कुमार मिश्रा ने किया। इस अवसर पर संस्था के कार्यकर्ताओं जितेंद्र झा, राजकुमार मिश्र, नूर आलम, मु. हासिम, बालगोविंद मेहता, रामजीवन शर्मा, सियाराम मालाकार, बेचू शर्मा, प्रकाश कुमार, जगदीश मेहता, सदानंद मंडल, शत्रुघ्न सिंह, दिनेश ठाकुर, हरिमोहन पासवान सहित अन्य सामजिक कार्यकर्ताओं और बुजुर्गों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।
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