सुपौल। बसंतपुर प्रखंड कृषि कार्यालय के सामने सोमवार को जन सुराज पार्टी के नेतृत्व में किसानों की समस्याओं को लेकर एकजुटता सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन की अध्यक्षता जन सुराज पार्टी के बसंतपुर प्रखंड प्रभारी एवं राज्य कार्यकारिणी सदस्य अभय कुमार सिंह 'मुन्ना' ने की।
सम्मेलन में किसानों ने यूरिया संकट, कालाबाजारी और प्रशासनिक भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। प्रमुख मांगों में यूरिया की आपूर्ति में पारदर्शिता लाने, खाद की कालाबाजारी पर सख्त कार्रवाई करने, आधार कार्ड को किसान पहचान का एकमात्र प्रमाण नहीं मानने, जमीन की रसीद और किसान रजिस्ट्रेशन को भी मान्यता देने जैसी मांगें शामिल थीं। इसके अलावा, छोटे और बड़े किसानों की अलग-अलग पहचान कर उनकी जरूरत के अनुसार उर्वरक उपलब्ध कराने, उर्वरक विक्रेताओं को किसानों को खरीद की रसीद देने की अनिवार्यता तय करने, ऐसा न करने वाले विक्रेताओं के लाइसेंस रद्द करने तथा प्रखंड स्तर पर उर्वरक विक्रेताओं और किसानों की संयुक्त बैठक आयोजित करने की भी मांग रखी गई।
सम्मेलन के बाद अभय कुमार सिंह 'मुन्ना' के नेतृत्व में 15 सदस्यीय किसान प्रतिनिधिमंडल अनुमंडल कृषि पदाधिकारी कुंदन कुमार से मिला और अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा। श्री सिंह ने कहा कि सरकार को किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लेना चाहिए और उन्हें समय पर खाद-बीज उपलब्ध कराना जरूरी है। हालांकि, कृषि पदाधिकारी के आश्वासन से वे संतुष्ट दिखे और कहा कि पार्टी जनसमस्याओं को लेकर अपना आंदोलन जारी रखेगी।
अनुमंडल कृषि पदाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाएगा और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
इस सम्मेलन और ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रमुख रूप से महेंद्र मेहता, देवकृष्ण यादव, पंडित ललित झा, अमरेन्द्र झा, फुचो पासवान, गजेन्द्र राम, संजय कुमार सिंह, शिवशंकर मंडल, बिरेन्द्र कुमार यादव, राजेश चन्द्र ठाकुर, उपेन्द्र राम शास्त्री, राजकुमार मेहता, मो. कादिर, धर्मेंद्र पासवान, मो. जमशेद और राजा राज सहित कई किसान नेता मौजूद रहे।
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