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बलुआ बाजार में आयोजित वैश्य अधिकार रैली में एकजुटता पर दिया गया जोर

 


सुपौल। छातापुर प्रखंड के बलुआ बाजार स्थित क्रिकेट मैदान में रविवार को वैश्य अधिकार रैली का आयोजन किया गया, जिसमें बिहार समेत राष्ट्रीय स्तर के वैश्य महासभा के पदाधिकारी शामिल हुए। रैली में वक्ताओं ने वैश्य समाज की एकता और अधिकारों को लेकर अपनी बात रखी।

कार्यक्रम की शुरुआत आमंत्रित अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन और राष्ट्रगान गाने के साथ हुई। इसके बाद राष्ट्रीय वैश्य महासभा के बिहार प्रदेश के प्रधान महासचिव दीपक साह और जिला अध्यक्ष शत्रुघ्न साह ने अतिथियों को फूलों की माला, बुके और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।

रैली में मधुबनी विधायक सह पूर्व मंत्री समीर महासेठ, पूर्व डीजीपी अशोक गुप्ता, पी.के. चौधरी, मंजीत आनंद साहू, सीमा गुप्ता, विनोद जायसवाल, प्रदेश महासचिव मुकेश गुप्ता, ममता जायसवाल, दीपक साह, अशोक पंकज, उमेश चौधरी और मुकेश गुप्ता समेत अन्य गणमान्य लोगों ने संबोधित किया।

अपने संबोधन में वक्ताओं ने कहा कि वैश्य समाज 56 उपजातियों में बंटा हुआ है, जिसे एकजुट होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अगर हम एक होंगे तभी अपने अधिकार प्राप्त कर सकते हैं। वक्ताओं ने वैश्य समाज की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि हम समाज के हर वर्ग के साथ रहकर सभी का सम्मान बढ़ाते हैं, लेकिन अब हमें अपने हक की भी लड़ाई लड़नी होगी।

वक्ताओं ने कोविड महामारी और नोटबंदी के दौरान वैश्य समाज को हुई क्षति का जिक्र करते हुए कहा कि इन कारणों से दो लाख से अधिक दुकानें बंद हो गईं, जबकि उनकी जगह ऑनलाइन कंपनियों जैसे फ्लिपकार्ट और अमेज़न ने ले ली। इसके अलावा वैश्य समाज के लोगों से रंगदारी मांगी जाती है और कई जगह उनकी हत्याएं भी होती हैं, जो चिंता का विषय है।

वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि वैश्य समाज की 22% जनसंख्या होने के बावजूद उनकी राजनीतिक भागीदारी सीमित है। उन्होंने कहा कि हमें अपने वोट की ताकत समझनी होगी और मानसिक रूप से मजबूत बनना होगा।

रैली में लहटन चौधरी, शंकर टेकरीवाल समेत कई अन्य प्रमुख लोगों की भी चर्चा की गई। रैली के अंत में सभी ने वैश्य समाज को संगठित करने और अपने अधिकारों के लिए एकजुट होने का संकल्प लिया।



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