सुपौल। राघोपुर प्रखंड के करजाईन उच्च विद्यालय के मैदान पर स्वामी विमलानंदजी महाराज के सानिध्य में आयोजित दो दिवसीय संतमत सत्संग का विराट ज्ञान यज्ञ बुधवार को संपन्न हो गया। सत्संग के अंतिम दिन विभिन्न संत महात्माओं ने अपने प्रवचनों के माध्यम से ज्ञान और योग के महत्व पर प्रकाश डाला।
दूसरे दिन के प्रारंभ में रामलखन मेहता ने स्वागत भाषण दिया, जिसके बाद प्रातःकालीन सत्र में संत महात्माओं ने ज्ञान और योग की महत्ता पर विचार रखे। दूसरी पाली में मानव शरीर की उपयोगिता को लेकर संतों ने विस्तृत व्याख्यान दिया। इस अवसर पर स्वामी विमलानंदजी महाराज, ठाकुर बाबा, वीरागानंद बाबा, मानिक बाबा, भरतलाल बाबा, अमृतानंद बाबा, धनेश्वर बाबा, प्रकाश बाबा, हजारी बाबा, रसिकलाल बाबा, कमल बाबा, उमेशानंद बाबा एवं अन्य संत महात्माओं ने अपने प्रवचनों से उपस्थित सत्संग प्रेमियों को आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्रदान किया।
स्वामी विमलानंदजी महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि बिना सत्संग के मनुष्य जीवन का कल्याण संभव नहीं है। सत्संग के माध्यम से व्यक्ति को सद्कर्मों की प्रेरणा मिलती है और जीवन को सार्थक बनाने का मार्ग प्रशस्त होता है। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे सत्संग में नियमित रूप से भाग लें।
कार्यक्रम का संचालन कपिलदेव गौहेतमान ने किया। सत्संग के सफल आयोजन में संरक्षक लक्ष्मण मेहता, अध्यक्ष रामनंदन वर्मा, सचिव जयप्रकाश यादव, मुंगालाल सुतिहार, कोषाध्यक्ष पंकज गुप्ता, उपकोषाध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार मेहता, अंकेक्षक ओमप्रकाश मेहता, प्रो. रामानंद यादव सहित अन्य सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
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