सुपौल। कोशी नव निर्माण मंच की जिला स्तरीय बैठक शुक्रवार को गजना चौक के समीप आयोजित की गई। बैठक में उपस्थित सदस्यों ने कोशी तटबंध के भीतर के विस्थापितों की समस्याओं को लेकर चरणबद्ध आंदोलन चलाने का संकल्प लिया।
संगठन के सदस्यों ने 30 जनवरी को किए गए धरने के बाद प्रशासन के साथ हुई वार्ता पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई न होने पर नाराजगी जताई। बैठक में तय किया गया कि इस मुद्दे पर आपदा मंत्री, राज्य के मुख्य सचिव और आपदा विभाग के सचिव से मिलकर वार्ता की जाएगी।
इसके अलावा, तटबंध के भीतर रहने वाले लोगों के पुनर्वास की मांग को लेकर जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव और मंत्री से भी मुलाकात की जाएगी। कोशी पीड़ित प्राधिकरण को पुनः सक्रिय करने के लिए राजस्व विभाग के प्रधान सचिव से भी वार्ता का निर्णय लिया गया।
बैठक में यह भी तय किया गया कि प्रभावित गांवों के लोग अपने-अपने क्षेत्र के विधायकों को मांग पत्र सौंपेंगे, ताकि वे अपने स्तर से इस मुद्दे को उठाएं। इसके साथ ही, जिला प्रशासन की उदासीनता पर दबाव बनाने के लिए संगठन ने व्यापक अभियान चलाने की रणनीति तैयार की।
कोशी नव निर्माण मंच ने घोषणा की कि 18 और 19 मार्च को पटना विधानसभा के सामने दो दिवसीय सत्याग्रह आयोजित किया जाएगा। इसके बाद 02 अप्रैल से 15 मई तक पूरे तटबंध क्षेत्र में ग्राम संवाद कार्यक्रम चलाया जाएगा। यदि फिर भी समाधान नहीं हुआ, तो मई के अंत से सुपौल में अनिश्चितकालीन सत्याग्रह शुरू किया जाएगा।
बैठक में इंद्र नारायण सिंह, रामचंद्र शर्मा, अनवर, शिवशंकर मंडल, चंद्रमोहन यादव, आरफा खातून, बिजेंद्र सादा, गौकरण सूतिहार, आलोक राय, कलावंती देवी, चंदा देवी, राजो सादा, कामेश्वर कर्ण, संतोष मुखिया, भीम सादा, मनीष, धर्मेंद्र, राजेंद्र यादव, संजय, राजेश मंडल, चंदन, अवधेश, सुरेश मंडल, अर्चना सिंह और महेंद्र यादव सहित कई अन्य लोग मौजूद थे।
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