सुपौल। जिलाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में मैनुअल स्कैवेंजर पुनर्वास अधिनियम-2013 के तहत गठित जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक कार्यालय वेश्म में आयोजित हुई। बैठक में पुलिस अधीक्षक, असैनिक शल्य चिकित्सा पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय), कार्यपालक पदाधिकारी और विशेष लोक अभियोजक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। बताया कि इस बैठक का उद्देश्य सफाई कर्मियों के जीवन स्तर को सुधारना और जिले में स्वच्छता को बढ़ावा देना था।
बैठक के दौरान जिला कल्याण पदाधिकारी ने अधिनियम-2013 को पढ़कर सुनाया, जिसमें हाथ से मैला उठाने की अमानवीय प्रथा को समाप्त करने और इससे जुड़े कर्मियों को सामाजिक तिरस्कार से बचाने और गरिमापूर्ण जीवन प्रदान करने की बात कही गई। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि मैनुअल स्कैवेंजर की पहचान के लिए व्यावहारिक तरीका अपनाया जाए।
बैठक में मनोनीत सदस्यों ने बताया कि बीते वर्षों में सफाई व्यवस्था में व्यापक बदलाव आया है और वर्तमान में हाथ से मैला उठाने की प्रथा समाप्त हो चुकी है। जिलाधिकारी ने इस पर संतोष जताते हुए आगे भी सफाई कर्मियों के लिए सुरक्षा और पुनर्वास योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने पर जोर दिया।
जिलाधिकारी ने कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सभी सफाई कर्मियों को हैंड ग्लव्स, मास्क और आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराए जाएं, ताकि वे सुरक्षित और बेहतर परिस्थितियों में काम कर सकें।
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