आयुष कुमार प्रिंस |
सुपौल। "कर्म" एक ऐसा शब्द है, जो हमारी सोच और कृतित्व को सार्थकता देता है और यही सिद्धांत सुपौल जिले के सुखपुर गांव निवासी आयुष कुमार प्रिंस के जीवन में साकार हुआ है। आयुष कुमार ने अपने कठिन परिश्रम और दृढ़ निश्चय के बल पर SSC GD (कांस्टेबल) परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 111 हासिल किया है। उनका चयन सचिवालय सुरक्षा बल में हुआ है, जो पूरे गांव और जिले के लिए गर्व का विषय है।
आयुष कुमार ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा आरएसएम पब्लिक स्कूल सुपौल से प्राप्त की थी। मैट्रिक में प्रथम श्रेणी से पास होने के बाद उन्होंने अपने गांव के ही राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, सुखपुर से बारहवीं की पढ़ाई की। इसके बाद वे बीएसएस कॉलेज सुपौल से स्नातक की पढ़ाई की और अच्छे अंकों से स्नातक पूरी की। कुछ समय से वे पटना में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे।
इस सफलता का श्रेय आयुष ने अपने माता-पिता को समर्पित किया है, जिनका निरंतर समर्थन और आशीर्वाद उन्हें प्रेरित करता रहा। आयुष ने बताया कि उन्होंने पटना में ऑफलाइन और यूट्यूब पर ऑनलाइन अध्ययन किया, जो उनके सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा था।
आयुष की सफलता पर उनके परिवार और शुभचिंतकों ने खुशी का इज़हार किया है। दादी विंदा देवी और दादा विघ्नेश्वर झा ने पहले से ही आयुष की मेहनत पर भरोसा जताया था और अब उन्हें गर्व महसूस हो रहा है कि उनका पोता पूरे देश में 111वीं रैंक पर आया है।
आयुष कुमार की सफलता पर चाचा मोहन झा (शिक्षक), आचार्य पंडित सुरेश झा, गोविन्द झा, अरुण झा, नाना सुरेश झा, मनु जी, विभूति झा, नटवर झा, पुरुषोत्तम झा, और केशव किशोर ने भी हर्ष व्यक्त किया है और उनकी उज्जवल भविष्य की कामना की है। सभी का विश्वास है कि आयुष अपने विभाग में निष्ठावान और इमानदारी के साथ कार्य करेगा और अपने परिवार का मान-सम्मान बढ़ाएगा।
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