सुपौल। सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड क्षेत्र के सरायगढ़ पंचायत के झाझा गांव से बैजनाथपुर रेलवे हॉल्ट तक बनाए जा रहे बाईपास रेलवे लाइन में मुआवजे की अदायगी को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। शुक्रवार को चांदपीपर पंचायत के वार्ड 7 के जमीन मालिकों ने अपने मुआवजे की मांग को लेकर रेलवे निर्माण कार्य में मिट्टी भराई रोक दी और प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों में लक्ष्मी प्रसाद मंडल, संतोष कुमार, सिंघेश्वर यादव, रामचरित्र यादव, परमेश्वर यादव, जिवछी देवी, बलराम मंडल, रजनी देवी सहित दर्जनों ग्रामीण शामिल थे। इनका कहना है कि रेलवे लाइन निर्माण में उनकी जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया है, लेकिन जिला भू-अर्जन कार्यालय से अभी तक मुआवजा नहीं दिया गया है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जिला भू-अर्जन कार्यालय के कई बार चक्कर काटने के बावजूद उन्हें मुआवजा नहीं मिला। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मिट्टी भराई का कार्य लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन उनके हक की अनदेखी की जा रही है।
घटना की सूचना मिलने पर सीओ धीरज कुमार ने फोन पर ग्रामीणों को समझाया और शांत कराया। उन्होंने आश्वासन दिया कि जिला भू-अर्जन कार्यालय की गड़बड़ियों के कारण मुआवजे का वितरण नहीं हो सका है, लेकिन मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के बाद सभी बचे हुए लाभुकों को भुगतान कराया जाएगा।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द से जल्द मुआवजा नहीं दिया गया, तो वे आंदोलन तेज करेंगे। हालांकि सीओ के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारियों ने अपना विरोध समाप्त कर दिया और घर लौट गए।
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