सुपौल। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने भारत सेवक समाज कॉलेज प्रशासन पर छात्रों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए नाराजगी जताई है। अभाविप के शिवजी कुमार ने कहा कि बार-बार आश्वासन मिलने के बावजूद कॉलेज प्रशासन छात्रों के लिए पुस्तकालय खोलने में नाकाम रहा है। इससे हजारों छात्र पुस्तकालय में अध्ययन करने से वंचित हैं।
अभाविप के जिला संयोजक रंजीत झा ने बताया कि कोसी क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित छात्र इस कॉलेज में अध्ययन करते हैं, जिनमें से अधिकांश के पास निजी पुस्तकें खरीदने का साधन नहीं है। कॉलेज के पुस्तकालय में ज्ञानवर्धक पुस्तकें होने के बावजूद इसे छात्रों के लिए उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। जब छात्र इस मुद्दे पर प्राचार्य से बात करते हैं, तो उनकी समस्याओं को नजरअंदाज कर दिया जाता है। अभाविप ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही पुस्तकालय को छात्रों के लिए नहीं खोला गया, तो परिषद उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।
छात्र नेता राजेश कुमार ने कॉलेज में पेयजल सुविधा की खराब स्थिति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि कॉलेज में शुद्ध पेयजल के लिए लगाए गए मशीन को निम्न गुणवत्ता के कारण मात्र एक सप्ताह तक ही उपयोग किया जा सका। इसके बाद से छात्र-छात्राओं को शुद्ध पेयजल के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।
अभाविप ने कॉलेज प्रशासन से अविलंब पुस्तकालय और पेयजल की समस्या का समाधान करने की मांग की है। इस मौके पर सौरव कुमार, मनीष कुमार, अंकुश पाठक, चंदन कुमार सहित अभाविप के अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।
छात्रों के बुनियादी अधिकारों की अनदेखी और कॉलेज प्रशासन की लापरवाही से विद्यार्थी परेशान हैं। अभाविप द्वारा आंदोलन की चेतावनी के बाद अब देखना होगा कि कॉलेज प्रशासन इन समस्याओं को हल करने के लिए क्या कदम उठाता है।
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