सुपौल। बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ प्रखंड इकाई त्रिवेणीगंज पूर्वी की बैठक गुरुवार को प्राथमिक विद्यालय कोरियापट्टी में आयोजित हुई। बैठक में शिक्षकों की लंबित समस्याओं, जैसे कालबद्ध (स्नातक वेतन) प्रोन्नति, वेतन विसंगति, बकाया भुगतान, और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष सह जिलाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षक नियमावली 2020 के तहत कालबद्ध प्रोन्नति के लिए अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग ने 18 मई 2022 को स्पष्ट निर्देश जारी किए थे। इसके बावजूद, जिला शिक्षा कार्यालय सुपौल ने दो वर्षों में इस दिशा में कोई पहल नहीं की, जिससे शिक्षकों में आक्रोश है।
बैठक में शिक्षकों ने आरोप लगाया कि जिला शिक्षा कार्यालय मनमानी और तानाशाही रवैया अपना रहा है। बकाया वेतन के भुगतान में "पिक एंड चूज" की नीति अपनाई जा रही है। रिश्वत देने वाले शिक्षकों का भुगतान कर दिया जाता है, जबकि अन्य के बिल जानबूझकर लटका दिए जाते हैं।
जिला प्रतिनिधि मो. जहांगीर, संजीव कुमार यादव और मिथिलेश कुमार ने कहा कि पूर्व प्रशिक्षित शिक्षकों के वेतन विसंगति में अभी तक सुधार नहीं हुआ है। उन्होंने जिला शिक्षा कार्यालय की लापरवाही और भ्रष्टाचार पर रोष व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री के समक्ष वेदना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया।
शिक्षकों ने कहा कि जिला शिक्षा कार्यालय की अनियमितताओं और भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए वे मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी वेदना प्रस्तुत करेंगे। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि शिक्षकों की लंबित समस्याओं के समाधान के लिए संगठित रूप से आंदोलन चलाया जाएगा।
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