सुपौल। भारतीय रेलवे माल गोदाम श्रमिक संघ ने देशभर के रेलवे जोन, विशेष रूप से पूर्व मध्य रेलवे (हाजीपुर) और पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे जोन में श्रमिकों को उनके हक और सुविधाएं दिलाने के लिए अहम कदम उठाए हैं। श्रमिक संघ के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण कुमार पासवान, राष्ट्रीय प्रभारी मनोरंजन कुमार और राष्ट्रीय संगठन मंत्री डॉ. दिगंबर प्रसाद मेहता के नेतृत्व में यह प्रयास तेजी से आगे बढ़ रहा है।
सुपौल जिले के सिमराही व भपटियाही प्रखंड के पिपराखुर्द में डॉ. दिगंबर प्रसाद मेहता के आवास पर नववर्ष 2025 के अवसर पर एक दिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि और राष्ट्रीय प्रभारी मनोरंजन कुमार ने कहा कि संगठन 1998 से श्रमिकों के अधिकारों की लड़ाई लड़ रहा है। श्रम मंत्रालय द्वारा स्वीकृत सुविधाओं को जमीन पर लागू करने के लिए श्रमिक संघ सतत प्रयासरत है।
कार्यक्रम में बताया गया कि केंद्र सरकार ने रेलवे माल गोदाम श्रमिकों को व्यावसायिक सुरक्षा बिल के अंतर्गत शामिल किया है। श्रम मंत्रालय ने 7 दिसंबर 2021 को ई-श्रम पोर्टल पर श्रमिकों के पंजीयन की अनुमति दी थी। मनोरंजन कुमार ने कहा कि माल गोदामों में 24 घंटे काम लागू करने और श्रमिकों की संख्या बढ़ाने के निर्देश रेलवे बोर्ड द्वारा जारी किए गए हैं।
डॉ. मेहता ने बताया कि संगठन ने जोन, राज्य और डिवीजन स्तर पर पदाधिकारियों के चयन की प्रक्रिया तेज कर दी है। प्रत्येक माल गोदाम में आम सभाएं आयोजित कर पदाधिकारियों का चयन किया जाएगा और श्रमिकों के डाटा को सरकार को सौंपा जाएगा। यह प्रक्रिया अप्रैल 2025 तक पूरी करने का लक्ष्य है, ताकि श्रमिकों को समय पर उनकी सुविधाएं मिल सकें।
इस अवसर पर हजारों श्रमिकों के साथ-साथ पूर्व मध्य रेलवे जोन, हाजीपुर के अध्यक्ष सुशील कुमार, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन, बिलासपुर के अध्यक्ष हिम बहादुर सोनार, उत्तर बंगाल संगठन मंत्री ओम प्रकाश साह, जोन प्रभारी सईद तार अली, समीर बर्मन और अमर रविदास ने भी अपनी भागीदारी निभाई।
राष्ट्रीय संगठन मंत्री डॉ. मेहता ने कहा कि श्रमिक संघ के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण कुमार पासवान के कुशल नेतृत्व में संगठन ने श्रमिकों के अधिकारों के लिए एक ठोस आधार तैयार किया है। अब इसे लागू करने की प्रक्रिया को तेज किया जा रहा है।
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