सुपौल। छातापुर प्रखंड के उत्क्रमित सह मध्य विद्यालय भीमपुर से जुड़ा एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक साल से अधिक पुराने मामले को लेकर शिक्षक मणिबोध सिंह को 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया है। यह मामला तब प्रकाश में आया, जब विद्यालय के प्रधानाध्यापक विपिन कुमार और अन्य तीन शिक्षकों पर अवैध राशि वसूली का वीडियो वायरल हुआ था।
डीपीओ स्थापना शाखा सुपौल के पत्रांक 151, दिनांक 13 जनवरी 2025 में मणिबोध सिंह पर सरकारी दस्तावेजों का फोटो खींचने, बच्चों को बहकाने, अफवाह फैलाने और शिक्षण कार्य में रुचि नहीं लेने जैसे आरोप लगाए गए हैं। हालांकि, शिक्षक मणिबोध सिंह ने अपनी सफाई में कहा कि सितंबर 2023 में एक छात्र के अभिभावक के अनुरोध पर उन्होंने उपस्थिति पंजी का फोटो खींचा था, जिसे केवल छात्र के नाम सत्यापित करने के लिए लिया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि अक्टूबर 2023 में उन्हें इस मामले में आरोपमुक्त कर दिया गया था।
शिक्षक मणिबोध सिंह का आरोप है कि प्रधानाध्यापक विपिन कुमार ने पुरानी रंजिश के कारण उन्हें फंसाने की साजिश रची है। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों के दबाव में उन्हें अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है, और इसे उन्होंने पूरी तरह से साजिश और निराधार आरोप बताया है।
छातापुर बीपीआरओ देश कुमार ने इस मामले की जानकारी दी और बताया कि सीसीटीवी फुटेज और सीडी का मामला उनके संज्ञान में आया था। इसके बाद स्पष्टीकरण प्राप्त किया गया था, लेकिन उस समय किसी अन्य कार्य में व्यस्त होने के कारण उन्हें इसकी कार्रवाई नहीं मिल पाई।
सुपौल के डीपीओ स्थापना शाखा राहुल चंद्र चौधरी ने कहा कि किसी शिकायत के आधार पर स्पष्टीकरण पूछा गया था और अब जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले में पहले की जांच को भी देखा जाएगा और उचित कार्रवाई की जाएगी।
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