सुपौल। भपटियाही थाना क्षेत्र के लौकहा पंचायत के नोनपार गांव के वार्ड 12 में रविवार की रात 26 वर्षीय हरेराम मुखिया की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस ने मृतक की पत्नी रीता देवी को हिरासत में लिया है। ग्रामीणों के अनुसार, हरेराम मुखिया और उसकी पत्नी रीता देवी के बीच लंबे समय से आपसी विवाद चल रहा था। रविवार की रात दोनों ने साथ में खाना खाया और सोने चले गए। रात करीब 12 बजे मृतक ने हल्ला करना शुरू किया। यह सुनकर उसकी बहन रंजू कुमारी और मां अमला देवी ने घर का दरवाजा खोलने को कहा, लेकिन रीता देवी ने सुबह तक दरवाजा न खोलने की बात कही।
मजबूर होकर परिजनों ने दरवाजा तोड़ा और अंदर देखा तो हरेराम मुखिया साड़ी के फंदे से लटक रहा था, जबकि रीता देवी पास में ही बैठी थी। परिजनों ने तुरंत उसे फंदे से उतारा, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।ग्रामीणों ने घटना की सूचना भपटियाही थाना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सुपौल भेज दिया। थाना प्रभारी आकाश कुमार ने बताया कि मृतक की पत्नी रीता देवी को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। फिलहाल मृतक के परिजनों ने कोई लिखित आवेदन नहीं दिया है।
ग्रामीणों ने बताया कि मृतक और उसकी पत्नी के बीच विवाद लंबे समय से चल रहा था। इसको लेकर कई बार पंचायत भी बुलाई गई थी, लेकिन विवाद समाप्त नहीं हो पाया। मृतक के जुड़वा बेटे अमित और सुमित, जिन्हें रीता देवी ने 10 दिन पहले अपने नैहर बलुवा बाजार के बिशनपुर गांव भेज दिया था, अब अनाथ हो गए हैं। घटना के बाद से मृतक की मां अमला देवी और बहन रंजू कुमारी का रो-रो कर बुरा हाल है। परिजनों ने इस घटना को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं, लेकिन पुलिस द्वारा जांच जारी है।
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