सुपौल। प्रतापगंज बाजार में साइबर अपराधियों ने ठगी का एक नया तरीका अपनाते हुए मंगलवार रात 9:24 बजे बाजार स्थित ज्वेलर्स की दुकान चलाने वाले सुशील ठाकुर की तस्वीर का उपयोग कर पांच हजार रुपये की ठगी की। इस घटना में साइबर अपराधियों ने सुशील ठाकुर के व्हाट्सएप बिजनेस डीपी का इस्तेमाल कर उनके परिचित दुकानदारों को ठगने की कोशिश की। साइबर अपराधी ने सुशील के पड़ोस के रेडीमेड विक्रेता संजीव कुमार को व्हाट्सएप नंबर 9813483277 से मैसेज कर मदद के लिए 8 हजार रुपये की मांग की। जब संजीव ने पहचान पूछी, तो आरोपी ने नंबर ब्लॉक कर दिया।
इसके बाद आरोपी ने मिठाई की दुकान चलाने वाले सरोज साह को कॉल कर वही अनुरोध दोहराया, लेकिन सफल नहीं हुआ। रात 9:27 बजे आरोपी ने सुशील के पड़ोसी और बिजली सामग्री विक्रेता रूपेश कुमार उर्फ गुड्डू को कॉल कर वही कहानी सुनाई। इस बार आरोपी ने व्हाट्सएप डीपी में अस्पताल में इलाज की फोटो और दुर्घटना की तस्वीर साझा कर भावनात्मक दबाव बनाया। घबराए गुड्डू ने बिना सुशील से संपर्क किए, गूगल पे के जरिए मनोज कुमार साहू के नाम पर क्रमशः 2 हजार और 3 हजार रुपये भेज दिए।
रात 9:57 बजे जब गुड्डू ने सुशील को घटना की जानकारी दी, तो सच्चाई सामने आई। सुशील ने तुरंत समझ लिया कि यह साइबर ठगी है। घटना के बाद गुड्डू ने साइबर क्राइम ब्रांच और थाना में शिकायत दर्ज कराई। आए दिन साइबर क्राइम से बचने की चेतावनी के बावजूद लोग साइबर अपराधियों के जाल में फंस रहे हैं। पुलिस ने एक बार फिर नागरिकों से अपील की है कि किसी भी अनजान नंबर से आने वाली कॉल या मैसेज के झांसे में न आएं और पैसे ट्रांसफर करने से पहले संबंधित व्यक्ति से संपर्क करें। शहरवासियों से आग्रह किया गया है कि सतर्क रहें, किसी भी संदिग्ध कॉल या मैसेज की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
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