सुपौल। मकर संक्रांति के पावन अवसर पर बसंतपुर प्रखंड के बसमतिया स्थित दुर्गा मंदिर में नवाह अष्टयाम यज्ञ का शुभारंभ भव्य कलश यात्रा के साथ किया गया। यह यज्ञ पिछले तीस वर्षों से अनवरत रूप से आयोजित हो रहा है। मंगलवार को निकाली गई इस भव्य कलश यात्रा में 1008 कन्याओं ने भाग लिया। यात्रा की शुरुआत वीरपुर स्थित हहिया नदी से हुई, जहां से जल भरकर सभी श्रद्धालु पारंपरिक वेशभूषा और धार्मिक उत्साह के साथ बसमतिया दुर्गा मंदिर पहुंचे। इस अवसर पर क्षेत्र के लोगों में गजब का उत्साह और आस्था का माहौल देखने को मिला।
यह यज्ञ न केवल धार्मिक श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि ग्रामीण सांस्कृतिक परंपराओं को भी जीवंत करता है। दुर्गा मंदिर में आयोजित इस नवाह अष्टयाम यज्ञ में पूरे क्षेत्र से श्रद्धालु शामिल होते हैं। यज्ञ का उद्देश्य क्षेत्र में सुख-समृद्धि और शांति की स्थापना करना है। यज्ञ के आयोजन को सफल बनाने में स्थानीय ग्रामीणों और व्यवस्थापकों का बड़ा योगदान है। अमित कुमार भगत, रंजीत साह, विकाश मेहता, संदीप गुप्ता, प्रेम सागर, विनोद यादव, और संजय गुप्ता सहित कई अन्य लोगों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कलश यात्रा और यज्ञ के दौरान मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। लोगों ने माता दुर्गा के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित कर पूजा-अर्चना की और यज्ञ में अपनी सहभागिता निभाई। यज्ञ के दौरान नौ दिनों तक अष्टयाम का आयोजन होगा, जिसमें विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान और प्रवचन होंगे। क्षेत्रीय लोगों के अनुसार, इस आयोजन ने न केवल धार्मिक माहौल बनाया है, बल्कि सामाजिक समरसता को भी बढ़ावा दिया है। बसमतिया दुर्गा मंदिर का यह वार्षिक आयोजन क्षेत्र में श्रद्धा और सांस्कृतिक एकता का अद्वितीय उदाहरण है।
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