सुपौल। सदर प्रखंड के लाउढ़ पंचायत सरकार भवन में एकल अभियान द्वारा आयोजित 10 दिवसीय अभ्यास वर्ग का समापन 1 जनवरी को हुआ। इस कार्यक्रम का शुभारंभ 23 दिसंबर को डॉ. बीके यादव ने किया था। समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में जिला अंचल अध्यक्ष डॉ. राजा सिंह ने भाग लिया।
उन्होंने बताया कि एकल अभियान के तहत देशभर में 1 लाख 25 हजार विद्यालय संचालित हो रहे हैं, जिनमें सुपौल जिले के 270 विद्यालय शामिल हैं। ये विद्यालय स्लम बस्तियों और ग्रामीण इलाकों में वंचित बच्चों को शिक्षित करने का कार्य कर रहे हैं।
कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि पंचमुखी शिक्षा प्रणाली के तहत संस्कार, पर्यावरण, अक्षर ज्ञान और व्यवहारिक शिक्षा के माध्यम से बच्चों को शिक्षित किया जा रहा है। आचार्य बहनों की भूमिका को सराहते हुए कहा गया कि वे स्लम बस्तियों के बच्चों को प्रेरित कर सरकारी विद्यालयों में नामांकित कराती हैं और तीन वर्षों तक उनकी देखभाल करती हैं।
प्रभाग प्रशिक्षक रामप्रसाद गुप्ता ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि यदि बच्चे विद्यालय तक नहीं पहुंच पा रहे हैं तो विद्यालय को बच्चों तक पहुंचना चाहिए। इसी सोच के साथ एकल अभियान के कार्यकर्ता अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
इस अभ्यास वर्ग में किशनपुर, त्रिवेणीगंज, निर्मली, फुलपरास, बसंतपुर, प्रतापगंज, सरायगढ़, और राघोपुर प्रखंडों की 90 आचार्य बहनों को प्रशिक्षण दिया गया। ये बहनें समाज के निचले स्तर तक शिक्षा पहुंचाने का कार्य कर रही हैं।
समापन समारोह में डॉ. सुधीर कुमार, राजेश चौधरी, अभियान प्रमुख रंजीत कुमार, अंचल कार्यालय प्रमुख ललन कुमार, प्रशिक्षण प्रमुख नीलू कुमारी, संच प्रशिक्षक पुनम, लाखो, चंद्रकला, सुमन और गौतम सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
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