सुपौल। पटना में बीपीएससी अभ्यर्थियों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज और वाटर कैनन के इस्तेमाल के खिलाफ छात्रों और युवाओं का गुस्सा सोमवार को त्रिवेणीगंज में फूट पड़ा। बड़ी संख्या में छात्र और युवा आइसा (AISA) के बैनर तले एनएच 327ई जदिया-त्रिवेणीगंज सड़क मार्ग पर चिलौनी पुल के पास सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शनकारी छात्रों ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और बीपीएससी 70वीं परीक्षा के पुनः आयोजन (री-एग्जाम) की मांग की।
आइसा नेता डॉ. अमित कुमार ने बताया कि बीपीएससी 70वीं परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने की घटनाओं के बावजूद सरकार इसे स्वीकार नहीं कर रही है। पिछले 13-14 दिनों से अभ्यर्थी री-एग्जाम की मांग को लेकर शांतिपूर्ण धरने पर बैठे हैं, लेकिन सरकार की ओर से कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज, वाटर कैनन और छात्रों की गिरफ्तारी पर नाराजगी जताई।
डॉ. अमित ने कहा कि पुनः परीक्षा का आयोजन तुरंत किया जाए। छात्रों पर लगे झूठे मुकदमे वापस लिए जाएं। गिरफ्तार छात्रों को रिहा किया जाए। पेपर लीक के कारण सुसाइड करने वाले छात्रों के परिवारों को 5 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए। परीक्षा निष्पक्ष और समय पर कराई जाए।
आंदोलन को छात्र राजद और माले के कार्यकर्ताओं का भी समर्थन मिला। छात्र युवा राजद के प्रखंड अध्यक्ष नीतिश कुमार के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता प्रदर्शन में शामिल हुए। छात्र नेता संतोष कुमार सियोटा ने आरोप लगाया कि सरकार पेपर माफिया के हाथों में परीक्षा को बेच चुकी है। उन्होंने भी पुनः परीक्षा कराने और छात्रों पर लगे फर्जी मुकदमे वापस लेने की मांग की।
सड़क जाम के कारण एनएच 327ई पर यातायात पूरी तरह बाधित हो गया, जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी हुई। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से तत्काल हस्तक्षेप कर न्याय की मांग की। इस आंदोलन में प्रमुख रूप से ज्योतिष कुमार, शिवकरण, पप्पू यादव, अजय कुमार, गुलशन कुमार, जनमजय राय समेत सैकड़ों छात्र शामिल थे। साथ ही आइसा, छात्र राजद और माले के कार्यकर्ताओं ने भी आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई।
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