सुपौल। जिला मुख्यालय स्थित नितमया होटल के सभागार में शनिवार को इंडियन डेंटल एसोसिएशन (IDA) सुपौल के बैनर तले राज्य स्तरीय डेंटल साइंटिफिक कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन सुपौल के एसपी शैशव यादव, नगर परिषद के अध्यक्ष राघवेन्द्र झा राघव, और अन्य चिकित्सकों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उद्घाटन के बाद गणेश वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न जिलों से आए चिकित्सकों का स्वागत इंडियन डेंटल एसोसिएशन सुपौल द्वारा बुके, पाग, चादर और मेमेंटो देकर किया गया। इस दौरान दो सत्रों में कार्यक्रम आयोजित किए गए। पहले सत्र में डॉ. शकीरा आलम ने "लेजर डेंटिस्ट्री" विषय पर विस्तृत जानकारी दी। इसके बाद, राज्य से आए डेलीगेट्स ने डॉ. आलम से सवाल-जवाब किए। दूसरे सत्र में डॉ. विशाल आनंद ने "हाउ टू प्लेस फर्स्ट इंप्लांट" विषय पर व्याख्यान दिया, जिसे उपस्थित चिकित्सकों ने सराहा।
कार्यक्रम में डेंटल चिकित्सकों की सुरक्षा को लेकर भी चर्चा की गई। आईडीए के जिलाध्यक्ष डॉ. डीके मिश्रा ने कहा कि चिकित्सकों के लिए एक योजना बनाई जानी चाहिए, जिसमें किसी दुर्घटना की स्थिति में उनके परिवार को आर्थिक सहायता मिल सके। इस सुझाव पर राज्य सचिव डॉ. कुमार मानवेंद्र ने कहा कि जल्द ही इस पर विचार किया जाएगा और इसे राज्यभर में लागू किया जाएगा।
एसपी शैशव यादव ने कहा कि बिहार में आईडीए के कई ब्रांच हैं, और सुपौल में यह 44वां ब्रांच खोला गया है, जिसके लिए उन्होंने सुपौलवासियों को बधाई दी। उन्होंने मेडिकल साइंस को स्पेशलाइजेशन की दुनिया बताते हुए चिकित्सकों की अहम भूमिका को रेखांकित किया।
नगर परिषद के अध्यक्ष राघवेन्द्र झा राघव ने कहा कि सुपौल अब विकसित होने के कगार पर है और इस आयोजन से जिले में दंत चिकित्सा के क्षेत्र में नई तकनीकों और आयामों की शुरुआत हो रही है। इस अवसर पर डॉ. नागेंद्र नारायण ठाकुर, डॉ. मिहिर कुमार वर्मा, डॉ. अभिषेक कुमार, डॉ. कन्हैया सिंह, डॉ. शांति भूषण और अन्य कई विशेषज्ञ चिकित्सक उपस्थित थे।
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