सुपौल। बिहार स्टेट प्रोग्रेसिव इलेक्ट्रिक वर्कर्स यूनियन के बैनर तले जिले के इलेक्ट्रिक वर्कर्स ने सोमवार को डिग्री कॉलेज के समीप एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान यूनियन के सदस्यों ने अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद यूनियन के प्रतिनिधियों ने डीएम को ज्ञापन सौंपा।
मांग पत्र में इलेक्ट्रिक वर्कर्स ने प्रमुख मुद्दों को उठाया। जिसमें कंपनी मानव बलों को बिचौलियों से मुक्त कर सीधे अपने अधीन करे। राज्य सरकार की सेवा नियमावली के अनुरूप 60 साल की नौकरी सुनिश्चित की जाए। स्थानांतरण, छुट्टी, और कार्य के दौरान मृत्यु पर मुआवजा सहित सेवा शर्तें तय की जाएं। मानव बलों को बोनस अधिनियम के तहत बोनस का भुगतान हो और 2018 से बकाया बोनस का एकमुश्त भुगतान किया जाए। संघर्षों के दौरान हटाए गए कर्मियों को पुनः कार्य पर रखा जाए। न्यूनतम 300 यूनिट मुफ्त बिजली की सुविधा दी जाए। चिकित्सा सुविधा में पदाधिकारी और कर्मचारियों के बीच विभेद समाप्त किया जाए।
धरना प्रदर्शन में विवेक कुमार, मनीष कुमार, अजीर उद्दीन, संजय कुमार, गणेश कुमार, अरविंद कुमार, विनय कुमार, पंकज सिंह, धनंजय कुमार, मेराज उद्दीन, और रतन कुमार सहित यूनियन के कई सदस्य उपस्थित थे।
यूनियन के सदस्यों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्रता से विचार नहीं किया गया तो वे आंदोलन को तेज करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार और कंपनी को कर्मचारियों के अधिकारों का सम्मान करना चाहिए और उनकी मांगों को प्राथमिकता से पूरा करना चाहिए।
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