सुपौल। सिमराही नगर पंचायत में शुक्रवार से दो दिवसीय संतमत सत्संग का आयोजन किया गया। शनिवार को सत्संग के अंतिम दिन स्वामी आशुतोष जी महराज ने भक्तों के समक्ष कर्म की महत्ता पर प्रवचन दिया। उन्होंने कहा कि कर्म का फल अवश्य मिलता है और यह हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
स्वामी आशुतोष जी महराज ने महाभारत, रामचरितमानस सहित अन्य धार्मिक ग्रंथों से उदाहरण देकर बताया कि मनुष्य अनजाने में भी बुरे कर्म कर बैठता है, और संचित कर्म प्रारब्ध फल के रूप में हमारे अगले जन्म में भी भोगे जाते हैं। उन्होंने भगवान कृष्ण के कर्मों का उदाहरण देते हुए कहा कि भगवान को भी अपने कर्म का फल भोगना पड़ा था।
सत्संग में स्वामी आशुतोष जी महराज के अलावा स्वामी कमलेश्वरी बाबा, स्वामी बसंत बैरागी, स्वामी छेदी बाबा, और स्वामी सुबक बाबा ने भी प्रवचन दिया। कार्यक्रम के दौरान उपमुख्य पार्षद विनीता देवी, आयोजक अतुल कुमार वर्मा, रामकुमार कर्ण, संतोष कुमार, गणेश लाभ, रामप्रवेश जी, और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। मंच संचालन महासभा के महामंत्री प्रकाश प्राण ने किया।
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