संस्थान के प्राचार्य डॉ अच्युतानंद मिश्रा ने बताया की छात्रों को समय-समय पर इंडस्ट्रियल विजिट करना है, जिससे वे इंडस्ट्री के बारे में और अच्छे से समझ सके। सुधा डेयरी में छात्रों ने प्रोडक्शन के बारे में समझा और प्रोडक्शन से सम्बंधित चीजों को बारीकियों से जाना। इस दौरान सुधा डेयरी की ओर से डिप्टी मैनेजर सुरेश कुमार मिश्रा ने विद्यार्थियों को मार्केटिंग स्ट्रेटेजी, मिल्क पैकेजिंग, मिल्क प्रोडक्ट, क़्वालिटी कण्ट्रोल और असुरेन्स आदि के बारे में आवश्यक जानकारी साझा की।
छात्रों ने प्रोसेसिंग यूनिट, प्रोडक्शन यूनिट, लैब इत्यादि में जाकर वहा मौजूद एक्सपर्ट्स की उपस्थिति में कई तरह की जानकारी जुटाई। प्रत्येक चरण में छात्रों ने कच्चे दूध को विभिन्न डेयरी उत्पादों में बदलने में शामिल जटिल प्रक्रियाओं को देखा। उन्होंने अंतिम उत्पादों की सुरक्षा और शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए लागू किए गए सख्त गुणवत्ता नियंत्रण उपायों का अवलोकन किया। इस दौरे में डेयरी उद्योग में स्वच्छता के महत्व पर भी प्रकाश डाला गया।
भ्रमण के बाद कोसी दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड के प्रबंध निदेशक मो हमीद उद्दीन के साथ बैठक हुई। उन्होंने छात्रों के कई सवालो का जवाब भी दिया और उत्पाद सहित अन्य विषयो के सम्बन्ध में बारीकी से समझाया। स्टार्टअप फैकल्टी इंचार्ज प्रो शादाब आज़म सिद्दीकी ने कहा की जिस मैत्री भाव के साथ सुधा डेयरी के पदाधिकारियों ने जानकारी दिया, उससे विद्यार्थियों को काफी लाभ मिलेगा। छात्र प्रतिनिधि के तौर पर मुकेश कुमार महतो एवं अभिषेक कुमार का भी अहम् योगदान रहा।
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