सुपौल। उत्क्रमित उच्च विद्यालय सरायगढ़ परिसर में सोमवार को प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा के निधन पर शोक सभा का आयोजन किया गया। शोक सभा का संचालन शिक्षिका बबीता कुमारी ने किया, जिसमें शारदा सिन्हा की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।
इस अवसर पर बबीता कुमारी ने शारदा सिन्हा की महानता को याद करते हुए कहा कि राघोपुर हुलास गांव की बेटी ने लोक गायकी में अपनी अद्वितीय प्रतिभा से न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाई। उन्होंने कहा कि शारदा सिन्हा का निधन एक युग का अंत है, लेकिन उनके गीत और आवाज हमेशा अमर रहेंगे।
शोक सभा में शिक्षक सत्यजीत ने कहा कि शारदा जी का निधन अत्यंत पीड़ादायक है। उन्होंने कोसी और मिथिला की धरती से उठकर अपने लोक गीतों से न केवल बिहार और उत्तर प्रदेश, बल्कि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी लोगों के दिलों पर राज किया। उनके गीत अजर-अमर रहेंगे।
शोक सभा में विद्यालय के प्रधानाध्यापक लाल बहादुर, शिक्षक-शिक्षिकाएं और छात्र-छात्राएं मौजूद थे। सभी ने शारदा सिन्हा की दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। शोक सभा में राजकुमार, सरिता, मीरा, ज्योति, किरण, रंजना, अस्मिता, अपूर्वा, रमेश, मनीष, संजीव कुमार समेत कई छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
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