सुपौल। जिलाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को उनके कार्यालय परिसर में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिनका उद्देश्य सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना था।
बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि वे स्कूलों में सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करें, जिसमें विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए वाद-विवाद, भाषण और चित्रकला जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाए। इसके अलावा, आम जनता को भी सड़क सुरक्षा के नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए फ्लैक्स और होर्डिंग्स लगाने की योजना बनाई गई।
सड़क सुरक्षा नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई करते हुए नगर थाना और जिला परिवहन कार्यालय के अधिकारियों को शहरी क्षेत्रों में सघन जांच अभियान चलाने के निर्देश दिए गए। पुलिस उपाधीक्षक (यातायात) को यह भी निर्देशित किया गया कि वे आईआरएडी पोर्टल पर दर्ज सभी लंबित 'हिट एंड रन' सड़क दुर्घटनाओं की जांच करें और संबंधित प्रतिवेदन जिला परिवहन पदाधिकारी को उपलब्ध कराएं।
इसके साथ ही, आगामी शीत ऋतु में कुहासा और धुंध के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए, आरसीडी, आरडब्लूडी, एनएच और एनएचएआई के अभियंताओं को पुराने और धुंधले जेब्रा क्रॉसिंग, 3डी मार्किंग तथा रोड साइनेज की मरम्मत करने के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को यह भी निर्देश दिया कि सड़क दुर्घटना के शिकार लोगों को 'गोल्डेन आवर' के तहत त्वरित चिकित्सीय सहायता प्रदान करने के लिए नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और अनुमंडलीय अस्पताल से एम्बुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। बैठक में उप विकास आयुक्त सुधीर कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी शशि शेखर, पुलिस निरीक्षक (यातायात) मनोज कुमार महतो, सिविल सर्जन के प्रतिनिधि और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
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