सुपौल। सदर अस्पताल में बुधवार को पब्लिक हेल्थ प्रिपेरेडनेस प्रोग्राम के तहत इमरजेंसी वार्ड में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपातकालीन स्थिति में अस्पताल की तैयारियों को परीक्षण करना था, ताकि किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति में अस्पताल बेहतर तरीके से प्रतिक्रिया दे सके।
मॉक ड्रिल के दौरान दिखाया गया कि किस प्रकार मरीज को एम्बुलेंस से स्ट्रेचर के माध्यम से अस्पताल लाया जाता है और फिर स्ट्रेचर बॉय द्वारा उसे इमरजेंसी वार्ड में स्थानांतरित किया जाता है। इसके बाद इमरजेंसी वार्ड में डॉ. ठाकुर प्रसाद ने रोगी की जांच की। जांच के बाद नर्सिंग स्टाफ ने रोगी के वाइटल साइन और अन्य चिकित्सीय सुविधाएं प्रदान की और उसे वार्ड में शिफ्ट कर दिया। इसके बाद लैब टेक्निशियन ने डेंगू सहित अन्य जांचों के लिए रोगी का सैंपल लिया और रोगी के अटेंडेंट को स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
मॉक ड्रिल के दौरान सिविल सर्जन डॉ. ललन कुमार ठाकुर, उपाधीक्षक नूतन वर्मा, माइक्रो बायोलॉजिस्ट डॉ. सुभाष मिश्रा, अस्पताल प्रबंधक अभिनव आनंद, जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो. मिंतुल्लाह, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी शशि भूषण प्रसाद, जिला योजना समन्वयक बालकृष्ण चौधरी, नर्सिंग स्टाफ शाहनवाज़, अभिषेक, और पारामेडिकल की छात्राएं भी मौजूद थीं।
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