सुपौल। समाहरणालय में बुधवार को एक समारोह का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी कौशल कुमार ने की। इस कार्यक्रम में पिपरा विधायक रामविलास कामत और विधान पार्षद अजय कुमार सिंह ने कुल 440 शिक्षकों को औपबंधिक नियुक्ति पत्र सौंपे। समारोह के दौरान शिक्षकों के चेहरों पर खुशी साफ देखी जा सकती थी।
कार्यक्रम की शुरुआत राज्य स्तर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का संबोधन सुनाने से हुई। इसके बाद औपबंधिक नियुक्ति पत्र वितरण की प्रक्रिया शुरू हुई। इस अवसर पर उपविकास आयुक्त सुधीर कुमार, एडीएम रशीद कलीम अंसारी, एडीएम आपदा निशांत कुमार, डीईओ संग्राम सिंह, डीपीओ राहुल चंद्र चौधरी, डीपीओ माध्यमिक शिक्षा कुमार अरविंद सिन्हा, डीपीओ एसएसए प्रवीण कुमार, डीपीओ एमडीएम महताब रहमानी, नगर परिषद मुख्य पार्षद राघवेंद्र झा राघव, जदयू जिलाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष नरेंद्र, और ऋषिदेव समेत कई प्रमुख अधिकारी और नेता उपस्थित थे।
पिपरा विधायक रामविलास कामत ने इस अवसर पर कहा, "यह हर्ष की बात है कि आज नियोजित शिक्षकों को विशिष्ट शिक्षक का दर्जा मिला है। थोड़ी देरी ही सही, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कानूनी और अन्य बाधाओं को पार कर शिक्षकों को सरकारी शिक्षक का दर्जा दिलाया है।" उन्होंने कहा कि 2005 में राज्य के विद्यालय बदहाल थे, लेकिन अब ग्रामीण स्कूलों में लैब सहित कई आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं, और शिक्षकों का दायित्व है कि वे बच्चों का उज्जवल भविष्य निर्माण करें।
विधान परिषद सदस्य डॉ. अजय कुमार सिंह ने कहा, "भारतीय संविधान में शिक्षा के लिए साहसिक प्रबंध किए गए हैं। प्रत्येक लोकतांत्रिक सरकार का यह दायित्व है कि वह शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त रखे।" उन्होंने शिक्षकों से अपील की कि वे बच्चों को बेहतर शिक्षा दें और समाज के निर्माण में अपना योगदान दें।
कार्यक्रम में प्रखंड स्तर पर 3253 प्रारंभिक, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक नियोजित शिक्षकों को औपबंधिक नियुक्ति पत्र वितरित किया गया। इसमें 2809 बेसिक ग्रेड (01-05), 411 स्नातक ग्रेड (06-08), 408 माध्यमिक (09-10), और 65 उच्चत्तर माध्यमिक (11-12) शिक्षक शामिल हैं।
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