सुपौल। जिले के बायसी, डुमरी और रतनपुर के तत्वावधान में संतमत सत्संग का 32वां दो दिवसीय वार्षिक अधिवेशन बुधवार को डुमरी चौक से 500 मीटर पूरब में शुरू हुआ। कार्यक्रम के उद्घाटन में स्वामी वेदानंद बाबा ने सत्संग के महत्व पर प्रकाश डाला और गुरु भक्ति की अहमियत को समझाया। उन्होंने कहा कि गुरु के बिना कोई भी ज्ञान संभव नहीं है, और मनुष्य को अपने जीवन में गुरु के बताए मार्ग पर चलना चाहिए।
स्वामी वेदानंद ने कहा कि आजकल लोग अपने स्वार्थ के कारण भौतिक सुखों में इतना खो गए हैं कि उन्हें सही और गलत का भान नहीं होता। उन्होंने बताया कि मनुष्य को परमात्मा को प्राप्त करने के लिए भौतिक सुखों को छोड़कर सत्य के मार्ग पर चलने की आवश्यकता है। आचार्य ने जीवन में नशा, हिंसा, झूठ, चोरी जैसी बुराइयों को छोड़ने का आह्वान भी किया।
कार्यक्रम में स्वामी योगानंदजी महाराज, स्वामी प्रेमानंद, स्वामी सत्यानंद सहित अन्य महात्माओं ने भी प्रवचन दिए। इस अवसर पर बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार सिंह बबलू, सुपौल नगर परिषद के चेयरमैन राघवेंद्र झा राघव, राजद नेता बैद्यनाथ मेहता, विनोद मेहता, रोगनाथ मेहता, चंदन मेहता, मनोज प्रभाकर, धीरेंद्र मेहता, रामसकल मेहता, सूर्यनारायण मेहता, रंजीत मेहता, महेंद्र मेहता, रामदेव मेहता, ओमप्रकाश मेहता सहित अन्य गणमान्य लोगों ने भी महर्षि मेंही और बाबा के चरणों में माल्यार्पण कर आशीर्वाद प्राप्त किया। यह दो दिवसीय कार्यक्रम सत्संग, ध्यान और धर्म पर आधारित प्रवचन के साथ जारी रहेगा, जिसमें स्थानीय लोग और श्रद्धालु बड़ी संख्या में शामिल हो रहे हैं।
कोई टिप्पणी नहीं