सुपौल। अखिल भारतीय 21वीं पशु गणना कार्य के तहत शुक्रवार को सरायगढ़-भपटियाही चांदपीपर पंचायत से पशु गणना की शुरुआत की गई। इस कार्यक्रम के अंतर्गत पशुपालन विभाग ने प्रखंड क्षेत्र के 12 पंचायतों के सभी गांवों में पशुओं की वास्तविक संख्या का पता लगाने के लिए गणना शुरू की है।
इसकी जानकारी देते हुए जिला नोडल पदाधिकारी डॉ. अखलाक अहमद और प्रखंड नोडल पदाधिकारी डॉ. अमिताभ ने बताया कि पशु गणना कार्य के लिए 11 प्रगणकों को नियुक्त किया गया है। हालांकि, यह कार्यक्रम 21 अक्टूबर से ही शुरू किया गया था, लेकिन एफएमडी टीकाकरण अभियान के चलते एक महीने की देरी से गणना शुरू की गई। नोडल पदाधिकारियों के अनुसार, यह कार्य फरवरी 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
गांव-गांव में प्रगणक एंड्रॉइड ऐप के माध्यम से किसानों के घर जाकर पशुओं की संख्या और नस्ल की रिपोर्ट तैयार करेंगे, जिसे ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। जिन किसानों के पास कोई पशु नहीं होगा, उनकी रिपोर्ट भी पोर्टल पर अपलोड की जाएगी।
पिछली 20वीं पशु गणना 2019 में की गई थी, जिसमें गायों की संख्या 37,985, भैंसों की संख्या 19,574, बकरियों की संख्या 16,905 और सुअरों की संख्या 314 थी।
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