सुपौल। नगर परिषद वार्ड नंबर 17 ब्रह्मस्थान चौक के निकट शुक्रवार की संध्या आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 280 पर फाइलेरिया (हाथी पॉंव) जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन नगर परिषद के मुख्य पार्षद राघवेंद्र झा राघव, वार्ड पार्षद रेणु देवी, समाजसेवी विवेक कुमार उर्फ विजय राम, एसीएमओ डॉ एएसपी सिन्हा आदि ने संयुक्त रूप से फीता काट कर किया।
मौके पर मौजूद लोगों को फाइलेरिया के प्रति जागरूक किया गया। इस मौके पर मुख्य पार्षद श्री राघव ने बताया कि फाइलेरिया को आमतौर पर हाथी पॉंव के नाम से जाना जाता है। यह बीमारी मच्छर के काटने से होता है। फाइलेरिया दूसरी सबसे ज्यादा विकलांग एवं कुरूपता करने वाली बीमारी है। यह शरीर के और अंग (हाँथ, पैर, स्तन, और हाइड्रोसील) को भी प्रभावित करता है। इसका संक्रमण अधिकतर बचपन में ही हो जाता है। बीमारी का पता चलने में 5 से 15 साल लग जाता है। हाइड्रोसील में फाइलेरिया का इलाज ससमय संभव है, लेकिन शरीर के अन्य अंगों में आया हुआ सूजन आमतौर पर लाइलाज होता है। बिहार में रहने वाले सभी 13 करोड़ लोगों को इस बीमारी का होने का खतरा है।
इस अवसर पर पीरामल की जिला समन्वयक डॉ मनु कुमारी, सीडीपीओ गुंजन कुमारी, नेशनल जर्नलिस्ट एसोसिएशन जिला इकाई सुपौल के अध्यक्ष प्रमोद कुमार यादव, आसियान इंटरनेशनल जर्नलिस्ट काउन्सिल के निदेशक शशांक राज, विकल्प द सॉल्यूशन के अध्यक्ष रघुवंश कुमार, आंगनबाड़ी सेविका पूनम देवी, अजय कुमार राम, पीरामल कार्यकर्ता विपिन कुमार, चंदन कुमार सहित गोविन्द राम, नवीन कुमार भारती, विकास कुमार, संजय कुमार, बिट्टू कुमार आदि मौजूद थे।
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