सुपौल। छातापुर प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित दो दिवसीय दिव्यांगता प्रमाणीकरण शिविर के दूसरे दिन गुरुवार को बड़ी संख्या में दिव्यांगजन पहुंचे। कई दिव्यांगजन समाजसेवी संस्थाओं द्वारा तो कुछ अपने परिजनों के सहारे शिविर में पहुंचे। शिविर में 116 दिव्यांगजनों का दिव्यांगता प्रमाण पत्र जारी किया गया।
शिविर में दिव्यांगों ने काउंटर पर निबंधन कराकर अपने दिव्यांगता प्रतिशत की जांच कराई। सीएचसी प्रभारी डॉ. नवीन कुमार के नेतृत्व में तीन सदस्यीय चिकित्सकों की टीम ने दिव्यांगता प्रतिशत का निर्धारण किया। इस दल में डॉ. रामबाबु और डॉ. सुष्मिता अर्चना भी शामिल थे।
शिविर में डोर्रा गांव की सुरमैन देवी ने बताया कि तीन साल पहले उनके 13 वर्षीय पुत्र कृष्ण कुमार शर्मा का दाहिना हाथ थ्रेसर में कट गया था। उस समय दिव्यांगता प्रमाण पत्र मिला था, लेकिन अब तक उसे किसी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। उन्होंने एक बार फिर से यूडीआईडी कार्ड बनवाने के लिए शिविर का सहारा लिया।
इसके अलावा, समाजसेवी संस्था बिनोबा आरोग्य एवं लोक शिक्षण केंद्र प्रतापगंज के कार्यकर्ताओं विद्यानंद कुमार, नूतन शर्मा, पुजा देवी और बेचन पंडित ने छातापुर प्रखंड क्षेत्र के 25 दिव्यांगजनों को लेकर शिविर में भाग लिया। स्वास्थ्य प्रबंधक रविंद्र शर्मा ने बताया कि गुरुवार को 68 दिव्यांगजनों की जांच की गई और उनका दिव्यांगता प्रतिशत निर्धारित किया गया। इस प्रकार, दो दिनों में कुल 116 दिव्यांगजनों का दिव्यांगता प्रमाणीकरण किया गया।
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