सुपौल। जिले के कई स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति लगातार कम पाई जा रही है, जबकि शिक्षा विभाग के सख्त आदेशों के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है। जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) संग्राम सिंह ने किशनपुर प्रखंड के विभिन्न स्कूलों का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने गंभीर चिंताएं जताईं।
डीईओ ने मध्य विद्यालय मेहासिमर, उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय मेहासिमर, और अन्य स्कूलों का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान, मेहासिमर के मध्य विद्यालय की स्थिति उन्हें सबसे अधिक नाराज कर गई, जहां नामांकित छात्रों की अपेक्षा बहुत कम उपस्थिति थी। उन्होंने पाया कि कई एचएम शिक्षा में सुधार के प्रति लापरवाह हैं और पठन-पाठन की व्यवस्था में शिक्षकों का योगदान नगण्य है।
डीईओ ने स्कूल परिसर और शौचालय की साफ-सफाई की स्थिति पर भी सवाल उठाए। गंदगी के बीच पढ़ाई कर रहे बच्चों के लिए उन्होंने एचएम को सख्त चेतावनी दी, साथ ही स्कूल में किताबों और डायरी के वितरण में देरी पर कार्रवाई की चेतावनी दी। निरीक्षण के दौरान, उन्होंने बच्चों के बीच खुद किताबें और डायरी बांटी और कहा कि गृहकार्य देने की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाए।
बहरहाल, विभागीय सख्ती के बावजूद छात्रों की कम उपस्थिति एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। डीईओ ने शिक्षकों को अभिभावकों के साथ समन्वय बनाने के निर्देश दिए थे, जिनमें से कुछ स्कूलों ने प्रयास किए और सफलता भी हासिल की। फिर भी, कई स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति में कमी बनी हुई है।
यह स्थिति शिक्षा के स्तर को प्रभावित कर रही है और जिला प्रशासन ने आवश्यक सुधारों की दिशा में जल्द कदम उठाने की आवश्यकता जताई है।
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