सुपौल। जिले में नौ दिवसीय दुर्गा पूजा की शुरुआत कलश स्थापना के साथ हुई है. नवरात्रि के पहले दिन गुरुवार को माता दुर्गा के पहले स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की गई। जिला मुख्यालय और अन्य दुर्गा मंदिरों में शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना कर मां दुर्गा की पूजा-अर्चना विधि-विधान और निष्ठा के साथ शुरू की गई।
कई जगहों पर कलश यात्रा भी निकाली गई. श्रद्धालु महिलाएं और पुरुष स्नान कर कलश स्थापना और माता के पूजन में जुट गए। मंदिरों में विद्वान पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ दुर्गा पूजा का शुभारंभ किया गया। कई श्रद्धालुओं ने पूरे दिन का उपवास भी रखा।
नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा आराधना की जाएगी। मां ब्रह्मचारिणी को माता पार्वती का अविवाहित रूप माना जाता है और उनकी पूजा नवरात्रि के दूसरे दिन होती है। मां ब्रह्मचारिणी का स्वरूप श्वेत वस्त्र में सुशोभित है, उनके दाहिने हाथ में जप माला और बाएँ हाथ में कमण्डल है।
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