सुपौल। डीआईजी मनोज कुमार ने शनिवार को किशनपुर थाना का निरीक्षण किया। इस दौरान प्रशिक्षु डीएसपी सह प्रभारी थानाध्यक्ष नीतू सिंह ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। निरीक्षण में उन्होंने कार्यालय में रखे सामान, सिरिस्ता कक्ष में विभिन्न पंजी, जैसे गुंडा पंजी, डकैती पंजी, लूट पंजी, गैंग पंजी, फरारी पंजी, और दागी पंजी की समीक्षा की।
डीआईजी ने थाना हाजत, थाना परिसर और मालखाना की सफाई की स्थिति का भी अवलोकन किया और डीएसपी सह प्रभारी थानाध्यक्ष को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने लाइन में खड़े सभी अधिकारियों से परिचय प्राप्त किया और उन्हें ड्रेस कोड का पालन करने तथा कार्यों के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी।
डीआईजी ने कहा कि पुलिस विभाग का सबसे महत्वपूर्ण कार्य है कि अपने यूनिफॉर्म को सही तरीके से रखा जाए, ताकि आम लोगों को सकारात्मक संदेश मिल सके। उन्होंने शराब माफिया और अपराधियों पर कड़ी नजर रखने के लिए थानाध्यक्ष को निर्देश दिया, यह कहते हुए कि अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
इस अवसर पर, उन्होंने थाना की साफ-सफाई और विभिन्न तख्तियों के माध्यम से आने वाले लोगों को असुविधा न हो, इसके लिए की गई व्यवस्थाओं की सराहना की। पत्रकारों से बात करते हुए, उन्होंने थाना के कामकाज के बारे में फीडबैक लिया और कहा कि इस निरीक्षण का उद्देश्य विधि व्यवस्था, थाना भवन, और अन्य सुविधाओं की जांच करना है।
डीआईजी ने बताया कि प्रशिक्षु डीएसपी को अभी सीखना है, और उन्हें ट्रेनिंग के दौरान मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है। उच्च अधिकारियों का दायित्व है कि प्रशिक्षुओं को सही ढंग से प्रशिक्षण मिले, ताकि भविष्य में उन्हें कोई दिक्कत न हो।
उन्होंने कहा कि शराब माफिया और अपराधियों पर पुलिस की नजर हमेशा पैनी रहेगी, और कोई भी अपराधी बख्शा नहीं जाएगा। इस मौके पर एसपी शैशव यादव, आलोक कुमार, इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार, एसआई अगरू बाबू चनका, पिंटू कुमार, अर्जुन कुमार पाल, एएसआई विजय कुमार, और कार्यपालक सहायक अभिनंदन कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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