सुपौल। सदर प्रखंड के चौघारा ग्राम में आयोजित 12 दिवसीय लोक देवता महोत्सव में शनिवार को कोसी स्नातक क्षेत्र के विधान पार्षद डॉ. एन.के. यादव का फूल माला और अंगवस्त्र से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर डॉ. यादव ने कहा, "बिहार में पहली बार लोक देवता महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यह महोत्सव कई लोक देवताओं की जीवन गाथाओं का प्रस्तुतिकरण एक मंच पर करता है, जो अनोखा और अद्भुत है।"
महोत्सव में लोरिक विचार मंच के प्रदेश संयोजक डॉ. अमन कुमार ने सोनाय महाराज का विशेष उल्लेख किया, जो केवट जाति के प्रसिद्ध लोक देवता हैं। उन्होंने बताया कि सोनाय महाराज का जन्म 12वीं शताब्दी में मधेपुरा के बेलारी ग्राम में हुआ था।
डॉ. कुमार ने सोनाय महाराज की ईश्वरीय शक्तियों के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने 700 बाघों से लड़ाई की और बाघिन से युद्ध करने से इंकार किया।
उन्होंने एक प्रसंग का उल्लेख करते हुए बताया कि दरभंगा राज दरबार में राजा के पालतू बाज को पकड़ने के लिए सोनाय महाराज की देवी शक्ति की मदद ली गई, जिसके परिणामस्वरूप राजा का बाज वापस मिला। राजा ने सोनाय महाराज के केवट जाति के कल्याण के लिए विशेष ध्यान देने का वचन दिया।
महोत्सव में ई. बद्री यादव, भगवान दत्त यादव, गणेश यादव, और अन्य स्थानीय नेताओं का सहयोग सराहनीय रहा। यह आयोजन क्षेत्रीय संस्कृति और लोक देवताओं के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
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