सुपौल। प्रखंड विकास पदाधिकारी ज्योति गामी ने कहा कि लोगों की संपूर्ण और सक्रिय भागीदारी तथा अंतर्विभागीय समन्वय से स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम को सफल किया जा सकता है। स्वच्छता को संस्कार से जोड़कर युवाओं को इसके लिए प्रेरित किया जाएगा।
स्वच्छता ही सेवा (पखवाड़ा) का आयोजन 14 सितंबर से 2 अक्टूबर तक किया जाएगा, जिसका मुख्य थीम 'स्वभाव स्वच्छता-संस्कर स्वच्छता' है। इस वर्ष स्वच्छता ही सेवा अभियान के तीन स्तम्भ हैं: स्वच्छता की भागीदारी, संपूर्ण स्वच्छता लक्षित ईकाई और सफाई मित्रा सुरक्षा शिविर।
अभियान के तहत कई गतिविधियों का संचालन किया जाएगा, जैसे कि स्वच्छ भारत सांस्कृतिक उत्सव, बिहार हमारा गौरव-स्वच्छता हमारी पहचान, कचरा से कला, स्वच्छ फूड स्ट्रीट पहल, जनभागीदारी एवं सहयोगी उत्प्रेरण से व्यापक स्वच्छता अभियान, स्वच्छता लक्षित इकाई का समयबद्ध रूपांतरण, सफाई मित्र सुरक्षा शिविर, स्वच्छता संवाद, एक दिया स्वच्छता के नाम, तीन दिन एक गांव अभियान आदि।
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