सुपौल। किशनपुर प्रखंड के कोसी बांध के भीतर परसा माधो पंचायत के उत्क्रमित उच्च विद्यालय परसा माधो के सटे उत्तर सड़क में नाव का परिचालन बंद होने से करीब 25 शिक्षकों का विद्यालय जाना आना बंद हो जाएगा। इसको लेकर उत्क्रमित उच्च विद्यालय परसा माधो के प्रधानाध्यापक योगेंद्र साहू के द्वारा अंचलाधिकारी किशनपुर के पास आवेदन देकर नाव का परिचालन बहाल करने की मांग की है। उन्होंने आवेदन में परसा माधो स्कूल के समीप की नदी में पूर्व से नाव संचालित हो रही है। अभी भी नदी में पानी है। जो बिना नाव से पार होना संभव नहीं है। इस नाव से विद्यालय जाने आने वाले बच्चों एवं शिक्षकों का विद्यालय जाना बंद हो सकता है। इसलिए नाव का संचालन और दो माह बढ़ा दिया जाए। ताकि बच्चों की पढ़ाई लिखाई बाधित न हो सके। विद्यालय प्रधान योगेंद्र साहू द्वारा बताया गया कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय परसा माधो के विद्यालय में 17 शिक्षक है तथा प्राथमिक विद्यालय परसा माधो के चार शिक्षक हैं।
प्राथमिक विद्यालय बुर्जजा टोला में चार शिक्षक है। इसके अलावा चार-पांच आंगनबाड़ी केंद्र सहित 50 की संख्या में सरकारी कर्मी उस नाव से लोग पार होकर अपने ड्यूटी निभाते हैं। अगर नाव का परिचालन बंद कर दिया जाएगा तो सभी विद्यालय का पठन-पाठन बाधित हो सकता है। बताया गया कि कोसी की तेज बहाव के कारण के बगल का सड़क टूट गया है। जिसे इस पार से उस पार जाना संभव नहीं है। इस सड़क से करीब 10 गांव के लोग का जाना आना प्रत्येक दिन सैकड़ों लोग इस नाव से जाते आते हैं। इसलिए नाव की आवश्यकता है।
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